टेड़ाघाट हत्याकांड में बड़ा खुलासा: पति सुरेश ने ही अनीता की गला घोंटकर की थी हत्या, सबूत मिटाने के लिए जलाया था शव
खटीमा में सुरेश ने पत्नी अनीता की गला घोंटकर हत्या कर दी और सबूत मिटाने के लिए शव को जला दिया। पुलिस ने आरोपी पति सुरेश को गिरफ्तार कर लिया है। सुरेश ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर डीजल की बोतल और कपड़े बरामद किए हैं। सुरेश को शक था कि उसकी पत्नी का किसी और से संबंध
चारुबेटा नई बस्ती निवासी अनीता की हत्या उसके पति सुरेश ने ही गला घोंटकर की थी। इतना ही नहीं साक्ष्य छिपाने के लिए शव को डीजल डालकर जला दिया था। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपित हल्द्वानी भाग निकला था।
इस बात का खुलासा पुलिस ने आरोपित पति को गिरफ्तार करने के बाद की गई पूछताछ में किया है। पुलिस ने आरोपित की निशानदेही पर डीजल की खाली बोतल व आरोपित के कपड़े भी बरामद कर लिए हैं। न्यायालय में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया है।
चारुबेटा नईबस्ती निवासी 36 वर्षीय अनीता देवी पत्नी सुरेश कुमार अपने तीन बच्चों के साथ कच्चे मकान में रहती थी, जबकि उसका पति अल्मोड़ा में राजमिस्त्री का काम करता है।
23 मई की रात अनीता अपने तीनों बच्चों के साथ घर में सोई थी। 24 मई सुबह जब वह घर में नहीं दिखाई दी, तो बच्चों ने आसपास के लोगों को बताया। घर से 100 मीटर की दूरी पर स्थित टेड़ाघाट के जंगल में झाड़ियों में अनीता का अधजला शव मिला था, जिसकी शिनाख्त उसके स्वजन ने की थी।
घटना के खुलासे के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा ने पुलिस क्षेत्राधिकारी विमल रावत एवं कोतवाल मनोहर सिंह दसौनी के निर्देशन में चार टीमों का गठन किया। पुलिस ने आस-पास के लोगों के बयान दर्ज करने के साथ ही सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरु की।
मृतका के भाई नानकमत्ता वार्ड छह जगदम्बा वाली गली निवासी रामानंद प्रसाद की तहरीर के आधार पर पुलिस ने रविवार को अनीता के पति सुरेश के विरुद्ध हत्या की प्राथमिकी पंजीकृत कर ली थी।
इधर, सोमवार को घटना पर्दाफाश करते हुए कोतवाल दसौनी ने बताया कि रविवार की शाम आरोपित सुरेश को मुंडेली चौराहे के पास से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में सुरेश ने अनीता की हत्या कर शव जलाने की बात कबूल की है।
पूछताछ में सुरेश ने बताया है कि उसने पहले पत्नी अनीता का गला घोंटा, जिसके बाद उसने जंगल में डीजल डालकर शव को जला दिया। कोतवाल ने बताया कि आरोपित की निशानदेही पर डीजल की खाली बोतल व पत्नी को जलाते समय पहने हुए कपड़े जो खराब हो गए थे, उन्हें भी बरामद कर लिया है।
पुलिस टीम में कोतवाल दसौनी के अलावा एसएसआई विनोद जोशी, एसआई किशोर पंत, आरक्षी नवीन खोलिया, कमल पाल आदि शामिल थे।
सुनियोजित प्लान के तहत शातिर सुरेश ने घटना को दिया अंजाम
पुलिस के मुताबिक सुरेश ने सुनियोजित प्लान के तहत इस घटना को अंजाम दिया। सुरेश को शक था कि उसकी पत्नी किसी और से बात करती थी, जबकि वह स्वयं किसी अन्य महिला के संपर्क में था। अनीता पति सुरेश से दूसरी महिला को छोड़ने के लिए कह रही थी। इससे उनके वैवाहिक जीवन में तनाव बढ़ गया था।
पुलिस ने जब आरोपित सुरेश को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने पूरे घटनाक्रम का खुलासा कर दिया। सुरेश ने बताया कि वह 23 मई को अल्मोड़ा से खटीमा आ गया था।
रात में वह चोरी-छिपे पीछे के रास्ते अपने घर पहुंच गया, जहां वह अनीता को घुमाने के बहाने घर से बाहर ले गया और मौका पाकर पीछे से अनीता का गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद शव को ठिकाने लगाने के उद्देश्य से वह घर में रखा डीजल लाया और टेड़ाघाट के जंगल में ले जाकर अनीता के शव को जला दिया।
मामले की विवेचना कर रहे कोतवाल मनोहर सिंह दसौनी ने बताया कि आरोपित सुरेश घटना को अंजाम देने के बाद तड़के ही जंगल के रास्ते खटीमा पहुंचा और बस से हल्द्वानी चला गया। वहां से उसने अपने रिश्तेदारों, ससुराल वालों व अन्य लोगों को अनीता के घर से चले जाने की जानकारी दी।
साथ ही स्वयं बस में बैठकर खटीमा आ पहुंचा, जहां से टुकटुक में सवार होकर घर आया और अनजान बना रहा। उसने आसपास के लोगों को बताया कि वह अभी अल्मोड़ा से यहां पहुंचा है।
कोतवाल ने बताया कि इस मामले की पुलिस ने गहनता से जांच करते हुए घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए। साथ ही 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की।

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