कैडेट्स को देखकर प्रेरित हुए आईएमए के मेस संचालक, सेना में बने अधिकारी
IMA POP 2024 सेना में अधिकारी बनने का सपना देखने वाले रमन सक्सेना ने आईएमए के मेस संचालक के रूप में काम करते हुए अपनी दृढ़शक्ति और हौसले से यह मुकाम हासिल किया। दो बार असफलता मिलने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और तीसरी बार में सफलता हासिल की। सेना के अधिकारियों से भी मार्गदर्शन और प्रेरणा मिली। जानिए उनकी प्रेरणादायक कहानी।
अगर आप के अंदर दृढ़शक्ति और हौसला है तो किसी भी हाल में कुछ भी प्राप्त किया जा सकता है। ऐसा ही कुछ सेना में अधिकारी बने रमन सक्सेना के साथ हुआ। रमन इंडियन मिलिट्री अकादमी (यूपी) की मेस का संचालन कराते-कराते कब सेना में अधिकारी बन गए, पता ही नहीं चला।
दरअसल, मूल रूप से आगरा (उत्तर प्रदेश) के शमसाबाद रोड फतेहाबाद निवासी रमन सक्सेना ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2007 में होटल मैनेजमेंट में दाखिला लिया। यह पढ़ाई पूरी करने के बाद वह एक पांच सितारा होटल में नौकरी करने लगे। हालांकि कुछ समय बाद वह भोजन प्रबंधन के लिए सेना में भर्ती हो गए और उन्हें आईएमए के मेस में नियुक्ति मिली।
नौकरी के साथ-साथ कड़ी मेहनत की
यहां सेना के अधिकारियों की शालीनता, अनुशासन, रौब और ठाठ-बाट देखकर उन्होंने भी अधिकारी बनने की ठान ली। इस दौरान नौकरी के साथ-साथ कड़ी मेहनत कर खाली समय में खूब पढ़ाई की। सेना के अधिकारियों से भी मार्गदर्शन और प्रेरणा मिली
दो बार सेना की एसएसबी इंटरव्यू परीक्षा में असफलता मिलने के बाद उन्होंने हार नहीं मानी और तीसरी बार आखिरकार वह अधिकारी बन गए। उन्होंने अपनी इस सफलता का श्रेय आईएमए के पूर्व कैडेट और अधिकारियों को दिया। उन्होंने बताया कि उनके पिता भी सेना में कैप्टन पद से सेवानिवृत्त हैं।
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