राजनीति जो ना कराये वो कम हैं ऐसा ही हरिद्वार के मंगलौर में हुआ जहाँ एक आपराधिक पृष्ठभूमि के व्यक्ति को पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया तो कांग्रेस के मंगलौर से प्रत्याशी उसे छुड़ाने पहुंच गए और साथ मे हरीश रावत, प्रीतम सिंह और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य को भी ले आएं और जमकर धरने बाजी भी की
लेकिन जब पुलिस ने वरिष्ठ नेताओं को उक्त व्यक्ति के आपराधिक इतिहास के बारे में बताया गया तो बड़े नेता बगले झाकने लगे और बिना अनीस को वहां से छुड़ाएं रवाना हो गए हालांकि बाद में पुलिस ने अनीश को पूछताछ केबाद छोड़ दिया था लेकिन बड़ा सवाल ये उठता हैं कि अपनी राजनैतिक मज़बूरी के चलते क्या कांग्रेस के बड़े नेता पुलिस को कानूनी काम करने से रोकेंगे
अनीश का आपराधिक इतिहास
अनीस ९/० कालिम हुसैन वार्ड मेम्बर वार्ड 70- 70-06 पठानपुरा उम्र-28 वर्ष ।
कस्बा मंगलौर
① मु० अ० सं०- 295/22 धारा – 500/506/147 भादवि (दि०-11/3/22]
(2) 09/2001 धारा – ३०२ भादवि [दि० 06/1/2001]
3) 12/2001 धारा 25/4. Arms Act -F00-11/01/2001
(4) 54/2001 – 110 crpc चालानी रिपोर्ट – 13/2/2001
(S) 110 G चालानी रिपोर्ट -दि-20/5/2007
साफ हैं कांग्रेस के नेता पुलिस चौकी में जिस शख्स को छुड़ाने के लिए गए थे, उसके बारे में सुनकर वहां से खिसक गए। इससे पहले चौकी के बाहर और भीतर कांग्रेस नेताओं ने खूब हंगामा किया। कांग्रेस प्रत्याशी काजी निजामुद्दीन तीन घंटे चौकी में डटे रहे। वहीं पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी कार्यकर्ताओं के साथ आधे घंटे चौकी के बाहर धरना दिया।
पुलिस ने एक लंबित मामले में सोमवार को मंगलौर के निवर्तमान सभासद अनीस को पूछताछ के लिए पुलिस चौकी बुलाया। कई घंटे तक उसको बैठाकर रखा। इस बारे में जैसे ही कांग्रेसी प्रत्याशी काजी निजामुद्दीनको पता चला, वह अपने कुछ समर्थकों के साथ चौकी पहुंच गए और धरना शुरू कर दिया। पूर्व विधायक रंजीत रावत भी उनके साथ थे। आरोप लगाया कि पुलिस सत्ता के दबाव में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को
परेशान कर रही है। इस बीच धरने के समर्थन में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, चकराता विधायक प्रीतम सिंह समेत कई दिग्गज नेता भी पहुंच गए। पुलिस चौकी के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन
किया। मामला बढ़ता देख पुलिस ने कांग्रेस नेताओं को अनीस पर दर्ज मुकदमों की जानकारी दी। इसके बाद कांग्रेस नेता वहां से चले गए। देर शाम पुलिस ने अनीस को भी पूछताछ के बाद छोड़ दिया।
22 साल पुराने एक मामले में अनीस को थाने में बुलाकर प्रताड़ित किया जा रहा है हा है। जबकि इस मामले में आदालत उसे निर्दोष साबित कर चुकी है। मंगलौर में स्थानीय प्रशासन भाजपा के एजेंट की तरह काम कर रहा है। निर्वाचन आयोग तत्काल इस मामले में कार्रवाई करे। – करन माहरा, प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस
उपचुनाव के दौरान पुलिस-प्रशासन दबाव में कार्य कर रहा है। उसी के नतीजे में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को परेशान किया जा रहा है। जिस मामले में निवर्तमान सभासद को पुलिस ने अभिरक्षा में लिया है, वह मामला करीब 22 साल पहले अदालत में निस्तारित हो चुका है।-काजी निजामुद्दीन, पूर्व विधायक
अनीस पर कई मुकदमे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में भी बलवे का मुकदमा दर्ज हुआ था। उसकी शिकायत थी, इस संबंध में पूछताछ के लिए बुलाया गया था। नेताओं को भी मुकदमों के संबंध में अवगत कराकर कानूनी कार्रवाई की जानकारी दी। इसके बाद वह सभी चले गए।
– विवेक कुमार, सीओ मंगलौर
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