जंगल की आग बुझाने गए ग्रामीण की जलने से मौत, हिमाचल से पूजा के लिए आए थे पौड़ी 16 अप्रैल को शाम करीब पांच बजे गांव से कुछ दूर स्थित मंदिर में दीया जलाने गए थे, लेकिन देर रात तक वापस नहीं आए। अगले दिन सुबह उनका शव जंगल में जली हुई अवस्था में मिला।
श्रीनगर से करीब 12 किमी दूर नयालगढ़ के जंगल में लगी आग की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। ग्रामीणों का कहना है कि वह मंदिर में दीया जलाने गए थे, लेकिन ऊपर की ओर आग लगी देखकर उसे बुझाने के लिए पहुंच गए थे। उधर, वन विभाग का कहना है कि मौत की सही वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट से साफ होगी।हिमाचल प्रदेश के पांवटा साहिब निवासी दुर्गा प्रसाद सुंद्रियाल (62) नवरात्र पूजा के लिए परिवार के साथ नयालगढ़ पहुंचे थे। प्रधान कैलाश नौडियाल ने बताया, 16 अप्रैल को शाम करीब पांच बजे गांव से कुछ दूर स्थित मंदिर में दीया जलाने गए थे, लेकिन देर रात तक वापस नहीं आए। ग्रामीणों ने तलाश की, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका। अगले दिन सुबह उनका शव जंगल में जली हुई अवस्था में मिला।
साथ ही आसपास जंगल का भी काफी हिस्सा जला हुआ था। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस और वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लिया। बृहस्पतिवार को पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया। श्रीनगर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक सुनील रावत का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारण की स्थिति स्पष्ट होगी।ग्रामीणों का कहना है कि जब दुर्गा प्रसाद मंदिर में दीया जलाने गए थे, तो मंदिर के ऊपर की तरफ जंगल में आग लगी हुई थी। जंगल की आग मंदिर तक न पहुंचे इसके लिए ऊपर की तरफ चले गए, लेकिन आग काफी भीषण थी और दुर्गा प्रसाद इसके बीच में फंस गए और जलकर मौत हो गई।
नयालगढ़ में जंगल में एक व्यक्ति के जलकर मौत होने की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची। जरूरी कार्रवाई पूर्ण करने के बाद रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेज दी गई है। जिला प्रशासन के माध्यम से मुआवजा व आगे की अन्य प्रक्रिया पूरी होगी।
– आरपी कुकरेती, रेंजर, सिविल सोयम वन प्रभाग, श्रीनगर गढ़वाल
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