जब दवा लेकर उड़ा ड्रोन, AIIMS ऋषिकेश से टिहरी गढ़वाल तक का 2 घंटे का सफर 30 मिनट में किया तय
साइंस के तरक्की के इस युग में ड्रोन्स का इस्तेमाल कई कामों के लिए किया जा रहा है. ड्रोन का इस्तेमाल इन दिनों आग बुझाने, बिजली सप्लाई के लिए लगी पावर लाइन के निरीक्षण और फसलों पर कीटनाशक के छिड़काव के अलावा भीड़ पर निगरानी जैसे कामों के लिए भी किया जाने लगा है.
हेल्थ सेक्टर में सरकार ने ड्रोन का इस्तेमाल, आज एम्स ऋषिकेश से टिहरी गढ़वाल तक टीबी की दवा को पहुंचाने के लिए किया है.खास बात यह है कि दो KG भार की दवा ले जा रहे ड्रोन ने 40 किमी की दूरी करीब 30 मिनट में तय की जबकि आम तौर पर इस दूरी को तय करने में 2 घंटे का वक्त लगता है.
ड्रोन को लेकर अब आगे की योजना, एम्स दिल्ली से झज्जर के कैंसर हॉस्पिटल तक जल्द ही एक ट्रायल करने की है. सरकार ने आपातकालीन स्थिति के साथ ही हिली एरिया में दवाई और टेस्ट की सुविधा ड्रोन के ज़रिए उपलब्ध कराने को लेकर गंभीर रुख दिखाया है.
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