सीबीएसई का बोर्ड रिजल्ट आ चुका है उत्तराखंड के कई प्राइवेट स्कूलों के बच्चे बेहद खुश होंगे लेकिन सरकार ने पिछले कुछ सालों में उत्तराखंड बोर्ड के कुछ सरकारी स्कूलों मे बड़ा प्रयोग किया उत्तराखंड बोर्ड के कई अच्छे स्कूलों को उत्कृष्ट विद्यालय का नाम देकर सीबीएसई बोर्ड से जोड़ दिया गया इनकी संख्या 155 के लगभग बताई गई लेकिन सीबीएसई का रिजल्ट आने के बाद सरकार का एक फार्मूला फेल रहा है हालात तो यह है कई उत्कृष्ट विद्यालय उत्कृष्ट कम फिसड्डी ज्यादा साबित हुए हैं इनके स्कूल का रिजल्ट तो खराब हुआ ही हुआ सीबीएसई के देहरादून रीजन का रिजल्ट का भी बंटाधार इन्होंने कर दिया
ऐसे बड़ा सवाल ये उठता है कि क्या उत्तराखंड बोर्ड के अच्छे स्कूलों में शुमार ये तमाम स्कूल CBSE बोर्ड में जाकर क्यों अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए सबसे ज्यादा हालत खराब मैदान के उत्कृष्ट विद्यालय के हैं जिनके बच्चों के पास पहाड़ी इलाकों के स्कूलों से ज्यादा तमाम सुविधाएं हैं लेकिन पहाड़ के उत्कृष्ट विद्यालय का रिजल्ट अच्छा रहा लेकिन हरिद्वार देहरादून और उधम सिंह नगर के स्कूलों ने रिजल्ट का बंटाधार ही कर दिया कुछ स्कूल तो ऐसे भी हैं जहां पास होने वाले छात्र-छात्राएं ढूंढे नहीं मिल रहे हैं तो क्या आपको नहीं लगता ये फैसला जल्दबाजी का फैसला तो नहीं था
प्रदेश में 10वीं में 39 ऐसे विद्यालय हैं, जिनके आधे छात्र भी पास नहीं हो पाए। वहीं, 12वीं में 59 ऐसे विद्यालय हैं, जिनके 50 प्रतिशत या इससे कम बच्चे पास हुए हैं। 155 अटल उत्कृष्ट विद्यालयों में 10वीं के 8625 में से 5142 और 12वीं के 12753 में से 6481 छात्र ही पास हुए हैं।सरकार ने करोड़ों खर्च कर सीबीएसई पैटर्न के जिन अटल उत्कृष्ट विद्यालयों से गुणवत्तायुक्त शिक्षा का सपना दिखाया, उन 155 विद्यालयों की सीबीएसई के पहले ही बोर्ड रिजल्ट में पोल खुल गई। हालात ये हैं कि 10वीं में इन विद्यालयों का रिजल्ट 60.49 प्रतिशत और 12वीं में महज 51.49 प्रतिशत रहा।
जीआईसी उर्गम, चमोली ने 10वीं में 100 प्रतिशत, जीआईसी खिरेरिखाल पौड़ी ने 10वीं, 12वीं में 100 फीसदी, जीआईसी श्रीकोठाल एकेश्वर, पौड़ी और जीआईसी बुंगलागढ़ी पौडी ने 10वीं में 100 प्रतिशत रिजल्ट दिया है। माना जा रहा है कि अटल उत्कृष्ट विद्यालयों के खराब नतीजों की वजह से राष्ट्रीय स्तर पर सीबीएसई देहरादून रीजन का रिजल्ट भी नीचे गया है।
प्रदेश में 98 अटल उत्कृष्ट विद्यालय ऐसे हैं, जिनके नतीजे 50 प्रतिशत से भी कम रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, 10वीं में 39 ऐसे विद्यालय हैं, जिनके आधे छात्र भी पास नहीं हो पाए। वहीं, 12वीं में 59 ऐसे विद्यालय हैं, जिनके 50 प्रतिशत या इससे कम बच्चे पास हुए हैं। 155 अटल उत्कृष्ट विद्यालयों में 10वीं के 8625 में से 5142 और 12वीं के 12753 में से 6481 छात्र ही पास हुए हैं।
लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 न्यूज़ हाइट के समाचार ग्रुप (WhatsApp) से जुड़ें
👉 न्यूज़ हाइट से टेलीग्राम (Telegram) पर जुड़ें
👉 न्यूज़ हाइट के फेसबुक पेज़ को लाइक करें