उत्तराखंड में पिछले लंबे समय से कई भर्ती परीक्षाओ में पेपर लीक धांधलेबाजी जैसी घटनाओं से बबाल मचा हुआ है ऐसे में आज बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार ने नए सील पेपर लीक मामले को उजागर किया है ।
बॉबी पंवार ने प्रेस क्लब में प्रेस पूरे मामले का साक्ष्यों के साथ खुलासा करते हुए IELTS(informational English language testing system) परीक्षा में धांधली का आरोप लगाया और एक वीडियो भी जारी किया है जिसमें जो वाहन पेपर लेकर जा रहा था उसे हादसे का का शिकार करवा कर पेपर पहुंचाने में देरी की जिसके बाद उत्तराखण्ड यूपी सीमा से लगते हुए मोहन्ड के जंगल मे गाड़ी रोककर पेपर की सील खोलकर ओएमआर सीट से छेड़छाड़ की हालांकि यह पूरा मामला गाजियाबाद तक चलती गाड़ी में चलता रहा बोबी पंवार ने कहा कि कुलदीप सिंह ढींगरा जो कि दिल्ली वापी रोड लाइंस ट्रांसपोर्ट वाहन के मालिक हैं उनका कहना है की वाहन के ड्राइवर को ₹30 लाख रुपये का लालच दिया गया.
हालांकि उसे काम हो जाने के बाद भी पैसे नहीं दिए वहीं दूसरी तरफ गाड़ी ई लॉक खुलने के बाद ट्रांसपोर्ट मालिक को msg आया जिससे पूरे मामले का पर्दाफाश हुआ। खुलासा होने के बाद ड्राइवर जीतेंद्र कुमार को पटेल नगर थाना क्षेत्र के बाजार बयान दर्ज करवाने ले जाया गया जहां पर कि कई घंटे तक बिठाने के बाद भी पुलिस ने पूरे मामले में बयान दर्ज नहीं किए थे लिहाजा बॉबी पवार के द्वारा मोहन्ड यूपी का मामला होने के चलते यूपी सीएम के शिकायत पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज की गई है ।
वहीं दूसरी तरफ ट्रक ड्राइवर के द्वारा विक्की नाम के आरोपी का नाम भी लिया गया है लेकिन पूरे मामले में मुकदमा दर्ज ना होने के चलते आखिरकार आज पूरे मामले को मीडिया के सामने उजागर करना पड़ा ।
आज दिनांक 20 मार्च, 2023 को सोशल मीडिया में IELTS की परीक्षा के उपरान्त जो उत्तर-पुस्तिकाओं के रास्तें में छेड़छाड़ किए जाने का जिक्र किया गया है तथा उसे लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षाओं यथा राजस्व उप निरीक्षक (पटवारी/लेखपाल) परीक्षा-2022, कनिष्ठ सहायक परीक्षा -2022 तथा सम्मिलित राज्य सिविल / प्रवर अधीनस्थ सेवा मुख्य परीक्षा-2021 के पेपरलीक से जोड़ने का प्रयास किया गया है, वह निश्चित रूप से भ्रामक तथा तथ्य से परे है।
एतद्द्वारा स्पष्ट किया जाता है कि उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग द्वारा जो भी परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं, उसमें गोपनीयता, पारदर्शिता को अक्षुण्ण बनाए रखने हेतु संबंधित मुद्रक द्वारा जिस वाहन से गोपनीय सामग्री आयोग को प्रेषित की जाती है, वह वाहन सीलबंद होता है।
उक्त सीलबंद चाहन को आयोग के उच्चाधिकारियों की उपस्थिति में पूरी वीडियोग्राफी के साथ खोला जाता है। तत्पश्चात् उक्त वाहन में रखे हुए सीलबंद गोपनीय डिब्बों को संबंधित जनपदों में सुरक्षा के साथ कोषागारों के डबल लॉक में सुरक्षित रखा जाता है। नोडल अधिकारियों / प्रशासनिक अधिकारियों को सुपुर्द कर दिया जाता है।
परीक्षा के दिन सीलबंद डिब्बों को संबंधित जनपदों के कोषागार के “डबल लॉक” से निकालकर समय से परीक्षा केन्द्रों पर सेक्टर मजिस्ट्रेट के द्वारा उत्तरदायी अधिकारियों को प्राप्त कराया जाता है, जिसे संबंधित परीक्षा केन्द्र के प्रधानाचार्य, केन्द्रपर्यवेक्षक, कक्ष निरीक्षक एवं आयोग प्रतिनिधि की उपस्थिति में नियत समय पर उक्त गोपनीय सीलबंद डिब्बों वीडियोग्राफी के साथ प्रत्येक परीक्षा केन्द्रों पर खोला जाता है। ऐसी स्थिति में प्रश्नपत्र लीक होने या उसकी गोपनीयता भंग होने का कोई प्रश्न नहीं उठता है।
अतः प्रश्नपत्रों की गोपनीयता के संबंध में आज दिनांक 20 मार्च, 2023 को सोशल मीडिया पर प्रसारित सूचना तथ्यहीन, भ्रामक तथा निराधार है।
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