वरिश्ठ आई0ए0एस0 अधिकारियों की प्रताड़ना, सचिवालय सेवा के प्रति अनर्गल टीका टिप्पणी एवं सार्वजनिक रूप से बैठक में अपमानित किये जाने के विरोध में सचिवालय संघ बिफरा, विभागीय बैठकों में सचिवालय सेवा के अधिकारियों के अपमान को देखते हुये भविश्य में बैठकों में न बुलाये जाने की मुख्यमंत्री से की मांग, सचिवालय सेवा के अधिकारी/कर्मचारी कोई भेड़-बकरी नहीं हैः दीपक जोषी
राज्यपाल अभिभाशण की तैयारी सम्बन्धी विगत दिनांे हुई एक बैठक, जिसकी अध्यक्षता अपर मुख्य सचिव-मुख्यमंत्री द्वारा की जा रही थी, में सचिवालय सेवा संवर्ग के एक वरिश्ठ अधिकारी को सार्वजनिक रूप से अपमानित व अनावष्यक प्रताड़ित करने के मामले में सचिवालय संघ ने आज तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। संघ की ओर से जारी बयान द्वारा अवगत कराया गया है कि उक्त अधिकारी द्वारा बैठक में सार्वजनिक रूप से सचिवालय सेवा संवर्ग को कुछ काम न आने तथा पत्रावलियों को लम्बित रखने हेतु सचिवालय सेवा संवर्ग के अधिकारियों/कर्मचारियों को ही केन्द्रित किये जाने का वक्तव्य देते हुये उपहास किया गया था तथा द्वेशभावना से उक्त अधिकारी, जो संयुक्त सचिव के पद पर अपनी सेवायें दे रहे हैं, को प्रताड़ित व अपमानित करने का कृत्य किया गया है।
संघ के अध्यक्ष श्री दीपक जोषी द्वारा बताया गया है कि इससे पूर्व भी कई बैठकों में अपर मुख्य सचिव-मुख्यमंत्री व सचिवालय प्रषासन का यही आचरण व व्यवहार विषेशकर सचिवालय सेवा के प्रति रहा है तथा सचिवालय सेवा संवर्ग के प्रति नकारात्मक रूख रखा जाना एवं और अपमानित किये जाने सम्बन्धित कार्य प्रणाली उक्त अधिकारी द्वारा बना ली गयी है। यह सचिवालय सेवा संवर्ग के सभी अधिकारियों/कर्मचारियों के लिये अत्यन्त कश्टकारी एवं आक्रोष उत्पन्न होने वाला कृत्य होता जा रहा है।
संघ की ओर से बताया गया है कि सचिवालय राज्य की सर्वोच्च कार्यालय इकाई है, जहाँ पर कार्यरत सचिवालय सेवा के अधिकारी/कर्मचारी सचिवालय कार्य प्रक्रिया तथा मैनुअल की व्यवस्था के अनुरूप राज्य के विकास में राज्य सरकार के सबसे अभिन्न अंग के रूप में अपनी सेवायें देते हैं तथा एक लम्बी सेवावधि व अनुभव के उपरान्त श्रेणी-क के उच्चतर पदों पर कार्यरत होकर सचिवालय कार्य प्रणाली का कुषल निर्वहन करते हुये विषिश्टता के साथ-अपना सहयोग, समर्पण व पर्याप्त अनुभव षासकीय कार्यों में देते हैं, वहीं दूसरी ओर अन्य सेवाओं से सचिवालय में कार्य करने वाले फील्ड स्तर से बहुत ही कम समय की सेवाओं के आधार पर सचिवालय में सीधे अपर सचिव तथा उच्चतर पदों पर विराजमान हो रहेे हैं, जिसके पास षायद ही सचिवालय कार्य प्रणाली का पर्याप्त अनुभव रहता हो। इसी कारण से कभी-कभी कई प्रषासनिक विभागों में इसका विपरीत असर भी देखने को मिलता रहता है।
सचिवालय सेवा के प्रति इस तरह की नकारात्मक मानसिकता के कारण सचिवालय सेवा संवर्ग आक्रोषित है तथा ऐसे तथाकथित दूशित मानसिकता रखने वाले अधिकारियांे के विरूद्ध लामबन्द होने को आतुर है। संघ द्वारा यह चेतावनी दी गयी है कि ऐसे अधिकारियों को उनकी सचिवालय सेवा के प्रति नकारात्मक दृश्टिकोण का व्यापक प्रतिउत्तर दिया जाना आवष्यक हो गया है। संघ द्वारा इन अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाये गये हैं कि इन अधिकारियों को सचिवालय कार्य प्रणाली तथा सचिवालय मैनुअल का कितना ज्ञान व अनुभव है, इस सन्दर्भ में ऐसे अधिकारियों से स्पश्ट कराया जाना भी नितान्त आवष्यक है। ऐसे अधिकारियों द्वारा राज्य के विकास में कितना योगदान दिया जा रहा है तथा ऐसा कितना कार्य त्वरित गति से किया जा रहा है, क्या अकेले ही ऐसे अधिकारी सचिवालय में समस्त षासकीय कार्य निश्पादित कर रहे हैं, यदि सचिवालय सेवा के अधिकारी/कर्मचारी कोई षासकीय कार्य नहीं कर रहे है, तो राज्य के नीति/नियम/आदेष कौन बना रहा है, कैसे राज्य सचिवालय में उच्च स्तर पर पत्रावलियाँ तैयार होकर आ रही हैं तथा क्या ऐसे तथाकथित अधिकारियों, जो सचिवालय सेवा की पद प्रतिश्ठा पर सवाल उठा रहे हैं, द्वारा ही पत्रावलियाँ तैयार करायी जा रही हैं।
सचिवालय संघ की ओर से मुख्यमंत्री को प्रेशित पत्र मंें सचिवालय सेवा संवर्ग के अधिकारियों/कर्मचारियों का बैठकों तथा यदा कदा प्रबल सार्वजनिक रूप से किये जा रहे उत्पीड़न, सचिवालय सेवा के प्रति अनर्गल टीका टिप्पणी व अपमान करने वाले भारतीय प्रषासनिक सेवा के ऐसे वरिश्ठ अधिकारियों के आचरण, दुर्व्यवहार व सोच में परिवर्तन हेतु आदेषित करने का अनुरोध मुख्यमंत्री श्री पुश्कर सिंह धामी जी से किया गया है तथा ऐसी पुनरावृत्ति न होने के स्पश्ट आदेष सम्बन्धितों को प्रदान करने का अनुरोध करते हुये वर्तमान परिस्थति में ऐसे अधिकारियों द्वारा भविश्य में सचिवालय सेवा के किसी भी अधिकारी/कर्मचारी से इस तरह से किये जाने वाले आचरण, प्रताड़ना किसी भी स्थिति में बर्दाष्त् न किये जाने तथा सचिवालय संघ द्वारा ऐसे नकारात्मक मानसिकता व सचिवालय सेवा के प्रति द्वेशभावना रखने वाले अधिकारियों के विरूद्ध बिगुल फूकने से भी न चूके जाने तथा लामबन्द होकर ऐसे अधिकारियों के खिलाफ उग्र आन्दोलन अख्तियार किये जाने का आहवान किय गया है।
संघ की ओर से स्पश्ट रूप से ऐसे अधिकारियों को चेताया गया है कि वर्तमान में उत्पन्न स्थिति के यथावत रहने अथवा पुनरावृत्ति होने पर सचिवालय सेवा संवर्ग का कोई भी अधिकारी/कर्मचारी ऐसी बैठकों में प्रतिभाग नहीं करेगा तथा न ही भविश्य में ऐसे अधिकारियों की अध्यक्षता वाली बैठक में सचिवालय सेवा संवर्ग के अधिकारियों को बुलाया जाय। संघ के अध्यक्ष द्वारा कहा गया है कि ऐसे कई महत्वपूर्ण व संवेदनषील मामले हैं, जो सचिवालय सेवा संवर्ग पर लगातार कुठाराघाती हो रहे हैं, को लेकर षीघ्र ही सचिवालय संघ मुख्यमंत्री जी से भेंट कर अपनी पीड़ा व व्यवस्था को दुरूस्त किये जाने की बात प्रमुखता से रखेगा।
दीपक जोषी अध्यक्ष, सचिवालय संघ
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