उत्तराखंड दुग्ध विकास विभाग ने दुग्ध संघ अल्मोड़ा की प्रबंधक कमेटी को वित्तीय अनियमितता पाए जाने पर निलंबित कर दिया है, जिसके बाद मामले के जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई है। नई कार्यकारिणी चुने जाने तक मुख्य विकास अधिकारी अल्मोड़ा के पास दुग्ध संघ का चार्ज रहेगा।
दुग्ध विकास विभाग के निदेशक संजय खेतवाल ने दुग्ध संघ अल्मोड़ा के अध्यक्ष महेंद्र बिष्ट सहित 15 सदस्यीय प्रबंध कमेटी को निलंबित कर दिया गया है। प्रबंध कमेटी पर वित्तीय अनियमितता के गंभीर आरोप लगे गए हैं। प्रबंध कमेटी ने बिना अधिकार के बगैर रजिस्ट्रार की अनुमति के कर्मचारियों का मानदेय बढ़ा दिया। इसके अलावा अन्य वित्तीय गड़बड़ियों के मामले भी सामने आए हैं।
पूरे मामले की जांच दुग्ध संघ उधमसिंह नगर के सहायक निदेशक राजेंद्र सिंह चौहान की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय कमेटी करेगी। उनके अलावा जांच कमेटी में यूसीडीएफ के निदेशक व पिथौरागढ़ दुग्ध संघ के महाप्रबंधक शामिल है।
इधर प्रबंध कमेटी के प्रतिनिधियों ने इसे राजनीति से प्रेरित बताया है, उनका कहना है कि प्रबंध कमेटी पर वित्तीय अनियमितता के आरोप लग रहे हैं। लेकिन वित्तीय अधिकार प्रधान प्रबंधक के पास सुरक्षित रहते है। उनका कार्य तो केवल बोर्ड में कोई प्रस्ताव को पास करना होता है।
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