झारखंड विधासनभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कमर कस ली है. सोमवार (17 जून) को मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को झारखंड का चुनाव प्रभारी बनाया गया है.उनके साथ भाजपा के फायरब्रांड नेता और असम के सीएम हिमंतत विश्व सरमा को सह-प्रभारी बनाया गया है.
BJP appoints party leaders Bhupender Yadav and Ashwini Vaishnaw as State election incharge and co-incharge for Maharashtra
Party leaders Dharmendra Pradhan and Biplab Kumar Dev made election incharges for Haryana
भाजपा महासचिव अरुण सिंह ने विज्ञप्ति जारी कर दी जानकारी
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने यह जानकारी दी है. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सह मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह ने संगठनात्मक नियुक्ति से संबंधित एक विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (जेपी नड्डा) ने आगमी विधानसभा चुनावों के लिए प्रदेश चुनाव प्रभारी एवं सह-प्रभारियों की नियुक्ति की है
2024 में झारखंड समेत 4 राज्यों में होंगे विधानसभा चुनाव
भाजपा ने झारखंड के साथ महाराष्ट्र, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के लिए भी चुनाव प्रभारियों की घोषणा की है. भूपेंद्र यादव को महाराष्ट्र का प्रदेश चुनाव प्रभारी बनाया गया है, जबकि अश्विनी वैष्णव को प्रदेश चुनाव सह-प्रभारी बनाया गया है. दोनों केंद्रीय मंत्री हैं. हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए धर्मेंद्र प्रधान को प्रभारी नियुक्त किया गया है और पूर्व मंत्री सह सांसद बिप्लव कुमार देब को सह-प्रभारी बनाया गया है. केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी को जम्मू एवं कश्मीर का प्रदेश चुनाव प्रभारी नियुक्त किया गया है.
नवंबर-दिसंबर में झारखंड में विधानसभा चुनाव संभव
झारखंड विधानसभा का चुनाव इस साल के अंत में नवंबर-दिसंबर में होने की संभावना है. लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा को झारखंड में बड़ा नुकसान हुआ था. इसलिए पार्टी ने विधानसभा चुनाव की तैयारी पहले से तेज कर दी है. बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा को सिर्फ 8 सीटों पर जीत मिली, जबकि वर्ष 2014 और वर्ष 2019 में उसने 11-11 सीटों पर जीत दर्ज की थी. आदिवासी बहुल किसी भी सीट पर भाजपा को इस बार जीत नहीं मिली.
81 सीटवाली झारखंड विधानसभा में 28 सीटें एसटी के लिए आरक्षित
ज्ञात हो कि झारखंड में विधानसभा की कुल 81 सीटें हैं. इसमें 28 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं. 9 सीटें अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व हैं. 44 सीटें ही सामान्य सीटें हैं. वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी थी. उसने 79 सीटों पर चुनाव लड़ा था और महज 25 सीटें ही जीत पाई. 14 लोकसभा सीट में से 5 एसटी के लिए आरक्षित हैं. इनमें से किसी भी सीट पर इस बार भाजपा को जीत नहीं मिली थी.
लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 न्यूज़ हाइट के समाचार ग्रुप (WhatsApp) से जुड़ें
👉 न्यूज़ हाइट से टेलीग्राम (Telegram) पर जुड़ें
👉 न्यूज़ हाइट के फेसबुक पेज़ को लाइक करें