उत्तराखंड विवि विधेयक के लिए नहीं बनी प्रवर समिति, सरकार ने दोबारा सदन में किया था पेश
पूर्व में राजभवन से उत्तराखंड विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक वापस लौटाया गया। प्रदेश सरकार ने दो बार विधेयक को विधानसभा में पारित कर मंजूरी के लिए राजभवन भेजा था, लेकिन राजभवन से विधेयक को मंजूरी नहीं मिली है।
उत्तराखंड विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक के लिए अभी तक प्रवर समिति नहीं बन पाई है। ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में हुए मानसून सत्र के दौरान प्रदेश सरकार ने राजभवन से लौटाया गया विधेयक दोबारा से सदन में पेश किया था।
लेकिन, विधायकों की आपत्ति के बाद विधेयक को प्रवर समिति को भेजा गया था। पूर्व में राजभवन से उत्तराखंड विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक वापस लौटाया गया। प्रदेश सरकार ने दो बार विधेयक को विधानसभा में पारित कर मंजूरी के लिए राजभवन भेजा था, लेकिन राजभवन से विधेयक को मंजूरी नहीं मिली है।
मानसून सत्र में प्रदेश सरकार ने विधेयक में कुछ संशोधन कर फिर से सदन में विधेयक पेश किया था, लेकिन चर्चा के दौरान विधायकों ने विधेयक पर सवाल उठाए और प्रवर समिति को सौंपने की मांग रखी। इस पर सदन ने विधेयक को प्रवर समिति को भेजने का निर्णय लिया।
नगर निगम संशोधन विधेयक पर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने प्रवर समिति गठित कर दी थी। यहां तक कि समिति का कार्यकाल एक माह बढ़ाया गया, लेकिन विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक पर प्रवर समिति के गठन का इंतजार है। विधानसभा के अधिकारियों का कहना है कि प्रवर समिति बनाने की प्रक्रिया चल रही है।
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