पुनर्निर्माण कार्य में आई तेजी, पैदल मार्ग से पहुंचने लगी निर्माण सामग्री, 240 मजदूर जुटे
31 जुलाई को अतिवृष्टि के बाद से केदारनाथ तक घोड़ा-खच्चरों के साथ ही पैदल आवाजाही मुश्किल हो गई थी। लेकिन अब घोड़ा-खच्चरों से निर्माण सामग्री केदारनाथ पहुंचने लगी है, जिससे कार्यों में तेजी आने लगी है।
गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग से निर्माण सामग्री केदारनाथ पहुंचने लगी है, जिससे यहां पुनर्निर्माण कार्य भी तेजी से होने लगे हैं। अब धाम में 240 मजदूर और कर्मचारी निर्माण कार्यों में जुटे हैं।
संगम स्थित घाट, सरस्वती नदी पर पुल, यात्रा कंट्रोल एंड कमांड सेंटर, बीकेटीसी भवन, अस्पताल भवन, हक-हकूकधारियों के लिए आवासीय निर्माण का काम जोरों पर चल रहा, जिन्हें इस सीजन में पूरा करने का लक्ष्य है। 31 जुलाई को अतिवृष्टि के बाद से केदारनाथ तक घोड़ा-खच्चरों के साथ ही पैदल आवाजाही मुश्किल हो गई थी।
लोनिवि ने 25 दिन में पैदल मार्ग को दुरुस्त कर घोड़ा-खच्चरों का संचालन शुरू कराया था। इसके बाद पैदल आवाजाही के साथ ही यात्रा भी शुरू हो गई। अब, घोड़ा-खच्चरों से निर्माण सामग्री केदारनाथ पहुंचने लगी है, जिससे कार्यों में तेजी आने लगी है।
लोनिवि के अधिशासी अभियंता विनय झिंक्वाण ने बताया, केदारनाथ में पुनर्निर्माण के तहत दूसरे चरण के कार्य चल रहे हैं। क्षेत्र में आए दिन हो रही बारिश से निर्माण कार्यों में दिक्कत हो रही है। बावजूद कार्यों को समयबद्ध पूरा करने का लक्ष्य रखा है।
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