यात्रा शुरू होने से पहले पुनर्निर्माण कार्यों ने पकड़ा जोर, जुटे तीन सौ श्रमिक; दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य
गत वर्ष दिसंबर में अधिक ठंड बढ़ने से केदारनाथ धाम में सभी प्रकार के पुनर्निर्माण कार्य बंद कर दिए थे। लगभग साढ़े तीन महीने बाद फिर से धाम में पुनर्निर्माण कार्यों ने जोर पकड़ा है।
धाम में रेन शेल्टर संगम घाट मंदिर समिति के कार्यालय व गेस्ट हाउस का कार्य तीर्थपुरोहितों के भवन समेत सभी पुनर्निर्माण कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।शीतकाल के साढ़े तीन महीने बाद केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य में तीन सौ से अधिक श्रमिक एक बार फिर से जुट गए हैं। वर्तमान में तीन सौ श्रमिक निर्माण कार्य में लगे हुए हैं।
इसी सप्ताह तीन सौ अन्य श्रमिकों को भी पुनर्निर्माण कार्या में लगाया जाएगा, जिससे इस यात्रा सीजन में दिसंबर तक केदारनाथ धाम में चल रहे सभी भवनों के पुनर्निर्माण कार्य पूर्ण कर दिए जाएंगे। इनमें मंदिर समिति के भवनों समेत तीर्थपुरोहितों के आवास भी शामिल हैं
गत वर्ष दिसंबर में अधिक ठंड बढ़ने से केदारनाथ धाम में सभी प्रकार के पुनर्निर्माण कार्य बंद कर दिए थे। लगभग साढ़े तीन महीने बाद फिर से धाम में पुनर्निर्माण कार्यों ने जोर पकड़ा है। धाम में रेन शेल्टर, संगम घाट, मंदिर समिति के कार्यालय व गेस्ट हाउस का कार्य, तीर्थपुरोहितों के भवन समेत सभी पुनर्निर्माण कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।
सरस्वती नदी पर पुल निर्माण के अलावा केदारनाथ पैदल मार्ग पर लिनचोली, भीमबली, समेत कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त पैदल मार्ग पर मरम्मत व निर्माण कार्य किया जाएगा। रामबाड़ा से गरुड़चट्टी होते हुए केदारनाथ पैदल मार्ग का निर्माण भी प्रस्तावित है वह भी इसी वर्ष पूर्ण किया जाएगा।
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की लोनिवि शाखा रुद्रप्रयाग के अधिशासी अभियंता विनय झिंकवाण ने बताया कि भीमबली से लेकर केदारनाथ धाम तक पैदल मार्ग पर बर्फ हटाने का कार्य लगातार जारी है, ताकि पैदल मार्ग को चौड़ा किया जा सके।
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