उत्तराखंड में इन दिनों केवल एक ही खबर है। पेपर लीक की है। दारोगा भर्ती घोटाला की चर्चाएं चारों ओर है, वही पटवारी पेपर लीक के बाद शासन और प्रशासन किसी भी हाल में आरोपियों को ढील देने के मूड में नहीं है।
अब पटवारी-लेखपाल परीक्षा के पेपर लीक के आरोपी अनुभाग अधिकारी और उसके साथियों की संपत्तियों की जांच भी शुरू हो गई है। इस मामले में सात आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज है। जिसके बाद अब पुलिस एक्ट के तहत इनकी संपत्तियों को जब्त किया जाएगा। इसके लिए तीन टीमों को अलग-अलग स्थानों पर प्रशासन के साथ आकलन में लगाया गया है।
पेपर लीक मामले में एसआईटी ने सभी आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की थी। इससे पहले यूकेएसएसएससी के पेपर लीक मामले में भी आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई थी। इसमें तीन आरोपियों की संपत्तियों को जब्त किया जा रहा है।
इनमें हाकम सिंह, चंदन मनराल और उसका एक अन्य साथी शामिल है।सूत्रों की माने तो हरिद्वार पुलिस की तीन टीमों को आरोपियों की संपत्तियों की जांच में लगाया गया है। पेपर लीक कराने के बाद काफी चल-अचल संपत्तियों का सौदा आरोपियों ने किया था।
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