Paris Olympics 2024: दुनिया के फलक पर चमकेंगे उत्तराखंड के तीन खिलाड़ी, 26 जुलाई से 11 अगस्त तक होंगे इवेंट
Paris Olympics 2024 प्रदेश से एथलेटिक्स के अंतर्गत पैदल चाल मिक्स्ड मैराथन में सूरज पंवार और 20 किमी पैदल चाल में परमजीत बिष्ट ने क्वालीफाई किया है जबकि बैडमिंटन में अल्मोड़ा के लक्ष्य सेन पदक की दौड़ में शामिल होंगे। लक्ष्य राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में कई पदक जीत चुके हैं। इसके लिए उन्हें वर्ष 2022 में अर्जुन पुरस्कार से नवाजा जा चुका है।
देहरादून। Paris Olympics 2024: 26 जुलाई से 11 अगस्त तक फ्रांस की राजधानी पेरिस में होने वाले ओलंपिक में उत्तराखंड के तीन खिलाड़ी अपनी चमक बिखेरेंगे। प्रदेश से एथलेटिक्स के अंतर्गत पैदल चाल मिक्स्ड मैराथन में सूरज पंवार और 20 किमी पैदल चाल में परमजीत बिष्ट ने क्वालीफाई किया है, जबकि बैडमिंटन में अल्मोड़ा के लक्ष्य सेन पदक की दौड़ में शामिल होंगे।
इन दिनों तीनों खिलाड़ी ओलंपिक की तैयारी में जुटे हैं। ट्रैक एवं फील्ड की स्पर्धाएं एक अगस्त से 11 अगस्त तक आयोजित की जाएंगी। उत्तराखंड एथलेटिक्स एसोसिएशन के सचिव केजीएस कलसी ने चयनित खिलाड़ियों को बधाई दी है।
वाक रेस में अब परमजीत दिखाएंगे जलवा
वाक रेस में चमोली निवासी ओलिंपियन मनीष रावत के बाद अब वहीं के परमजीत सिंह बिष्ट पेरिस ओलंपिक में भारतीय टीम में नजर आएंगे। मंडल घाटी के खल्ला गांव निवासी परमजीत राजकीय इंटर कालेज बैरागना के पूर्व छात्र हैं। मौजूदा समय में परमजीत खेल कोटे से भारतीय नौसेना में सेवाएं दे रहे हैं।
परमजीत ने जापान में आयोजित एशियन वाक रेस चैंपियनशिप में नौवां स्थान प्राप्त कर पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया। परमजीत ने खेल प्रशिक्षक गोपाल बिष्ट के निर्देशन में वर्ष 2017 में वाक रेस की तैयारी शुरू की थी। स्कूल गेम्स फेडरेशन आफ इंडिया के अंडर-17 व अंडर-19 आयु वर्ग के रिकार्ड भी परमजीत के नाम हैं। खेलो इंडिया में भी परमजीत ने स्वर्ण पदक जीता था।
लक्ष्य सेन से सभी को पदक की उम्मीद
पेरिस ओलंपिक में बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन से उत्तराखंड ही नहीं, बल्कि पूरे देश को पदक की उम्मीद है। लक्ष्य ने बर्मिंघम में कामनवेल्थ गेम्स-2022 में एकल वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था। पेरिस ओलंपिक के लिए भी लक्ष्य ने टाप-16 में जगह बनाकर क्वालीफाई किया है। छह वर्ष की उम्र में ही बैडमिंटन का रैकेट पकड़ने वाले लक्ष्य को यह खेल विरासत में मिला है।
लक्ष्य के पिता डीके सेन बैडमिंटन के अंतरराष्ट्रीय कोच होने के साथ ही उनके भी कोच हैं। लक्ष्य के दादा सीएल सेन भी बैडमिंटन खिलाड़ी रहे और बड़े भाई चिराग सेन भी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हैं। लक्ष्य राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में कई पदक जीत चुके हैं। इसके लिए उन्हें वर्ष 2022 में अर्जुन पुरस्कार से नवाजा जा चुका है।
“पावर” दिखाने को बेकरार सूरज पंवार
पैदल चाल मिक्स्ड मैराथन में इस बार टिहरी निवासी सूरज पंवार देश का प्रतिनिधित्व करते नजर आएंगे। कई राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीत चुके सूरज ने वर्ष 2018 में यूथ ओलंपिक में 5,000 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीता था। सूरज यूथ ओलंपिक में ट्रैक एंड फील्ड इवेंट में पदक जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट हैं। इसके अलावा उन्होंने वर्ष 2017 में थाइलैंड में आयोजित एशियन एथलेटिक चैंपियनशिप में हिस्सा लिया और वर्ष 2018 में इसी चैंपियनशिप में रजत पदक जीता
वर्ष 2022 में मस्कट (ओमान) और स्पेन में सीनियर विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप व विश्व ग्रैंड प्रिक्स में भी सूरज ने हिस्सा लिया। उनके कोच व पिथौरागढ़ जिले के क्रीड़ा अधिकारी अनूप बिष्ट ने सूरज को ओलंपिक चयन पर बधाई दी है। उन्होंने कहा कि सूरज ने काफी मेहनत की है। इस बार पेरिस के आसमान में सूरज की चमक बिखरेगी।
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