देवभूमि में एक हजार से ज्यादा मदरसे चल रहे हैं. लेकिन, मदरसों में धार्मिक शिक्षा के नाम पर क्या पढ़ाया जाता है इस पर लगातार सवाल खड़े होते आए हैं।
आपको बता दें कि उत्तराखंड में इस वक्त 419 मदरसे मदरसा बोर्ड चला रहा है, 103 मदरसे वक्फ बोर्ड के हैं और करीब 500 मदरसे प्राइवेट हैं. वही सरकार अब मदरसों को हाईटेक करने और शिक्षा प्रणाली में सुधार लाने के लिए लगातार काम कर रही है वही अल्पसंख्यक मंत्री चंदन रामदास के द्वारा विधानसभा में एक समीक्षा बैठक किया गया जिसमें उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए बताया कि आज एक कमेटी का गठन किया गया है
जो 1 महीने के अंदर मदरसों का जांच रिपोर्ट सौंपेगा। आगे उन्होंने कहा कि जितने बोगस मदरसे हैं उसे बंद कर दिया जाएगा, और कक्षा एक से कक्षा 8 तक चलने वाले मान्यता प्राप्त मदरसे को हाईटेक बनाया जाएगा, हाईटेक मदरसों में कंप्यूटर की व्यवस्था, उच्च तकनीकी शिक्षा और ड्रेस की व्यवस्था की जाएगी।
इन मदरसों को एक मॉडल के रूप में भी दिखाया जाएगा। आगे उन्होंने कहा कि इससे एक महीने पहले भी सभी जिलाधिकारियों को मदरसे की जांच के निर्देश दिए गए थे लेकिन अभी तक जिलाधिकारियों के पास से जांच रिपोर्ट नहीं आई है। इसलिए आज मैंने एक 03 सदस्य विभागीय कमेटी का गठन किया।
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