स्वास्थ्य विभाग के लिए चयनित हुए 1300 नर्सिंग अधिकारियों में से कई के स्थाई निवास प्रमाण पत्र में फर्जीवाड़े की शिकायत मिली है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने इन युवाओं के दस्तावेजों जांच कराने का निर्णय लिया है। की
स्वास्थ्य विभाग में तीन महीने पहले नर्सिंग अधिकारी के पद पर वरिष्ठता के आधार पर युवाओं का चयन हुआ है। इसमें कई ऐसे युवा भी शामिल हैं जो राज्य के निवासी नहीं हैं। लेकिनइन्होंने राज्य की विभिन्न तहसीलों से स्थाई निवास प्रमाण पत्र बनवा लिए।
बेरोजगार नर्सेज एसोसिएशन की ओर से स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत से इसकी शिकायत की गई थी। इसके बाद सरकार ने डीएम से चयनित अभ्यर्थियों के स्थाई निवास प्रमाण पत्रों की जांचकराने के निर्देश दिए। सूत्रों के अनुसार आठ युवाओं के दस्तावेजों की जांच चल रही है। इसके साथ ही शासन ने नर्सिंग काउंसिल ऑफ उत्तराखंड की रजिस्ट्रार को भी पत्र लिखकर आठ चयनित अभ्यर्थियों के रजिस्ट्रेशन की जांच कराने को कहा है
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