*यूनिफाइड पेंशन योजना से देश के एनपीएस कार्मिक खुश नही है – बी पी सिंह रावत*
*केंद्र सरकार के द्धारा एनपीएस में सुधार करके एक नई नीति बनाना ये देश के एनपीएस कार्मिकों के लिए घातक है*
*सेवा काल समय बीस से पच्चीस वर्ष की बात करना ये एनपीएस कार्मिकों के साथ खिलवाड़ है*
*देश के एक करोड़ से भी अधिक एनपीएस कार्मिकों को पुरानी पेंशन बहाली की उम्मीद थी लेकिन पुरानी पेंशन को नया नाम यू पी एस देना अत्यंत चिंताजनक – बी पी सिंह रावत*
देश के लाखों एनपीएस कार्मिकों के संघर्ष का परिणाम है कि आज केंद्र सरकार पुरानी पेंशन पर चिंतन मनन करने के लिए मजबूर है
बी पी सिंह रावत ने कहा है कि मोदी जी ने देश को एक करोड़ से भी अधिक एनपीएस कार्मिकों को तोड़ने का काम किया है ops, nps, ups , तीन भागों में बांट दिया है रावत ने कहा है कि मोदी जी ने फूट डालो राज करो की नीति अपनाई है जिससे देश के सभी एनपीएस कार्मिकों में आक्रोश है ।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत ने कहा है कि पुरानी पेंशन बहाली मांग पर केंद्र सरकार ने एक नया मोड़ दे दिया है जिससे देश के लाखो एनपीएस कार्मिकों में आक्रोश है राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत ने कहा है कि पुरानी पेंशन बहाली के सिवा दूसरा कोई सुधार या नाम एनपीएस कार्मिकों को मंजूर नहीं
राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत ने कहा है कि देश के लाखो एनपीएस कार्मिकों को आज उम्मीद थी कि पुरानी पेंशन बहाली का निर्णय होगा लेकिन मोदी जी ने एनपीएस को एक नया नाम यू पी एस दे कर देश के एक करोड़ से भी अधिक एनपीएस कार्मिकों को मायूस कर दिया ।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत ने कहा है कि देश के सभी एनपीएस कार्मिक साथियों को और तेजी से आंदोलन करना होगा रावत ने जोर देकर कहा है कि हमे सुधार नही चाहिए हमे पुरानी पेंशन चाहिए ।
राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत ने कहा है कि पुरानी पेंशन बहाली मुद्दे पर मोदी जी का गंभीर होना ये देश के एक करोड़ से भी अधिक एनपीएस कार्मिकों की जीत है अब देश के सभी एनपीएस कर्मचारी शिक्षक अधिकारी डाक्टर नर्सिंग अधिकारी पुलिस कर्मी बैंक कर्मी सफाई कर्मी रेलवे कर्मी इंजीनियर लेखपाल पटवारी सभी को और तेजी के साथ पुरानी पेंशन बहाली की आवाज बुलंद करनी होगी ।
देश भर में होने वाले आगामी सभी विधान सभा चुनाव में वोट फॉर ओ पी एस के माध्यम से करारा जवाब देने का काम करेगे ।
मोर्चे के उत्तराखंड प्रांतीय महासचिव सीताराम पोखरियाल ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली की लड़ाई लंबे समय से कर्मचारी करते रहे हैं सरकार ने ups को लाकर केवल कर्मचारियों में मतभेद करने का कुत्सित प्रयास किया है ups को किसी भी दशा में कर्मचारियों द्वारा स्वीकार नहीं किया जाएगा कर्मचारी केवल और केवल पुरानी पेंशन चाहते है जिसके लिए संघर्ष और तेज किया जाएगा। मोर्चा किसी भी हाल में ups को स्वीकार नहीं करता है और ups का घोर विरोध करता है जल्द ही प्रदेश के समस्त पदाधिकारियों के साथ बैठक कर पूरे प्रदेश में आंदोलन की नई रणनीति तैयार कर पुरानी पेंशन बहाली आंदोलन को और मजबूत किया जाएगा।
मोर्चे के प्रांतीय आई टी सेल प्रभारी अवधेश सेमवाल ने कहा कि कर्मचारियों की लड़ाई nps में संशोधन के लिए कभी नही रही कर्मचारियों की पेंशन निमित्त एक मांग पुरानी पेंशन बहाली रही है जिसके लिए मोर्चा संघर्ष को नए सिरे से आगे बढ़ाएगा और पुरानी पेंशन बहाली आंदोलन तक संघर्ष निरंतर जारी रहेगा। सोसियल मीडिया के माध्यम से पुरानी पेंशन बहाली जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाएगा और कर्मचारियों के साथ आम जनता को भी पुरानी पेंशन बहाली आंदोलन से जोड़ा जाएगा।
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