अब अल्मोड़ा में पंप स्टोरेज प्लांट से पैदा होगी बिजली, जिंदल समूह से प्रोजेक्ट का आया प्रस्ताव
सरकार ने प्रदेश में बिजली उत्पादन बढ़ाने के लिए पंप स्टोरेज प्लांट लगाने की कवायद शुरू की। इसके लिए ऊर्जा विभाग ने पंप स्टोरेज पॉलिसी भी जारी की है।
प्रदेश में लगातार बढ़ रही बिजली की मांग के बीच अल्मोड़ा में राज्य का पहला निजी पंप स्टोरेज प्लांट लगने जा रहा है। इसका प्रस्ताव जिंदल समूह ने शासन को भेज दिया है। पांच हजार करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट से राज्य को करीब 300 मेगावाट बिजली मिलेगी।
सरकार ने प्रदेश में बिजली उत्पादन बढ़ाने के लिए पंप स्टोरेज प्लांट लगाने की कवायद शुरू की। इसके लिए ऊर्जा विभाग ने पंप स्टोरेज पॉलिसी भी जारी की है। इस नीति के तहत जिंदल समूह ने शुरुआत कर दी है। वैश्विक निवेशक सम्मेलन में 15 हजार करोड़ रुपये का एमओयू साइन करने वाले समूह ने पहले चरण में अल्मोड़ा का प्रस्ताव सरकार को दे दिया है।
अब इस प्रस्ताव पर शासन स्तर पर निर्णय लिया जाएगा। करीब 600 मेगावाट की यह परियोजना होगी, जिसमें से आधी बिजली पर पहला हक यूपीसीएल का होगा। अगर यूपीसीएल इस बिजली को लेने से इंकार करेगा तो ही यह बाजार में बेची जा सकेगी। शाम को पीक आवर्स में अपेक्षाकृत कम दाम पर बिजली मिलने से यूपीसीएल को बड़ी राहत मिल जाएगी।
दिन में पंप स्टोरेज का प्लांट सौर ऊर्जा से चलता है, जिससे नीचे का पानी ऊपर के वाटर हाउस में पहुंचाया जाता है। फिर शाम को पीक आवर्स में ऊपर से नीचे पानी छोड़कर बिजली पैदा की जाती है। टीएचडीसी ने भी राज्य में 1000 मेगावाट का पंप स्टोरेज प्लांट बनाया है, जिसका इन दिनों ट्रायल चल रहा है।
जिंदल समूह का प्रस्ताव आ चुका है, जिसकी प्रक्रिया चल रही है। अल्मोड़ा में पंप स्टोरेज प्लांट से करीब 600 मेगावाट बिजली पैदा होगी, जिसमें से आधी पर सीधे तौर पर यूपीसीएल का हक होगा।
-आर मीनाक्षी सुंदरम, सचिव ऊर्जा
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