*ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों के साथ आपदा के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में हुए नुकसान समीक्षा करते मंत्री गणेश जोशी*
*आपदा में क्षतिग्रस्त ग्रामीण व्यवसायों के पुनर्निर्माण को मिली 26 करोड़ की मदद, प्रदेश के 03 जनपदों के लिए IFAD से 26 करोड़ की दी स्वीकृति*
देहरादून, 27 नवम्बर।प्रदेश के ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने आज कैंप कार्यालय में ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर इस वर्ष दैवीय आपदा के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में हुए नुकसान की विस्तृत समीक्षा की। मंत्री जोशी ने अधिकारियों से आपदा प्रभावित क्षेत्रों में हुए नुकसान की जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए।

ग्राम्य विकास मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना–ग्रामीण (PMAY-G) के अंतर्गत जिन लाभार्थियों के मकान आपदा में क्षतिग्रस्त हुए हैं, उनके प्रस्ताव शीघ्रता से तैयार कर भारत सरकार को भेजे जाएँ। साथ ही उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आपदा से प्रभावित सूक्ष्म एवं मध्यम व्यवसायों के पंचायत भवन, विद्यालय इत्यादि के पुनर्निर्माण हेतु उपयुक्त योजना के माध्यम से प्रभावितों को जल्द लाभ पहुंचाया जाए।
बैठक के दौरान अधिकारियों द्वारा विभागीय मंत्री को अवगत कराया कि प्रदेश के तीन जनपद—उत्तरकाशी, चमोली और देहरादून—में आपदा से हुए नुकसान का प्रस्ताव ग्रामोत्थान रिप परियोजना (REAP) के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय कृषि विकास कोष (IFAD) को भेजा गया था। IFAD ने इन जनपदों के लिए 26 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान कर दी है। इस राशि के माध्यम से REAP परियोजना के तहत उन प्रभावित ग्रामीणों को लाभान्वित किया जाएगा जिनके सूक्ष्म एवं मध्यम व्यवसाय आपदा के दौरान क्षतिग्रस्त हुए थे।
ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी कागजी कार्यवाही शीघ्र पूर्ण कर धरातल पर कार्य प्रारंभ किया जाए, ताकि प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द राहत मिल सके।
इस अवसर पर अपर सचिव ग्राम्य विकास झरना कमठान, मुख्य विकास अधिकारी देहरादून अभिनव शाह, जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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