पिछले साल वाहन ट्रायल के दौरान हुआ था हादसा, अब होगी एक और विस्तृत जांच
हादसे की जांच पहले प्रमुख वन संरक्षक वन्यजीव को सौंपी गई, बाद में जांच का दायित्व पूर्व मुख्य सचिव एस रामास्वामी को सौंपा गया। पूर्व मुख्य सचिव ने जांच रिपोर्ट भी पिछले साल ही सौंप दी थी।
राजाजी टाइगर रिजर्व में वाहन ट्रायल दौरान हुए हादसे की एक और जांच होगी। वन मंत्री के अनुसार मामले में विस्तृत जांच कराई जाएगी। पिछले साल जनवरी में राजाजी टाइगर रिजर्व में एक इलेक्ट्रिक वाहन के ट्रायल के दौरान छह लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे की जांच पहले प्रमुख वन संरक्षक वन्यजीव को सौंपी गई, बाद में जांच का दायित्व पूर्व मुख्य सचिव एस रामास्वामी को सौंपा गया। पूर्व मुख्य सचिव ने जांच रिपोर्ट भी पिछले साल ही सौंप दी थी।
सूत्रों के अनुसार इसके बाद मामले पर प्रमुख वन संरक्षक वन्यजीव से स्टेटस रिपोर्ट भी मांगी गई थी, जो उन्होंने सौंप दी थी। अब इस मामले में एक और जांच कराने का फैसला किया गया है। वन मंत्री सुबोध उनियाल का कहना है कि संबंधित मामले की जांच कराई गई थी, इसका परीक्षण किया गया है। मुख्यमंत्री ने मामले में वन विभाग के अधिकारी को विस्तृत जांच करने के लिए निर्देशित किया है।
सीसीएफ चंद्रन की एक और जांच की तैयारी
मुख्य वन संरक्षक मनोज चंद्रन के मामले में भी एक और जांच की तैयारी है। मुख्य वन संरक्षक मनोज चंद्रन के सीसीएफ कार्मिक एवं मानव संसाधन पद पर रहते हुए नियम विरुद्ध वन दरोगा पद पर प्रमोशन करने जैसे आरोप थे। इस मामले की जांंच जैव विविधता बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष विजय कुमार को सौंपी गई थी, उन्होंने यह जांच रिपोर्ट सेवानिवृत्त होने से पहले शासन को सौंप दी थी। अब इस जांच के बाद मामले में एक और जांच कराने की तैयारी है। वन मंत्री उनियाल जांच अधिकारी नामित किया जाएगा। वहीं, सूत्रों के अनुसार मामले में जांच अधिकारी नामित करने को लेकर फैसला होने के साथ आर्डर भी हो चुका है। वन विभाग के प्रमुख वन संरक्षक स्तर के एक अधिकारी को जांच सौंपने की चर्चा है। हालांकि अभी इसकी अधिकृत पुष्टि नहीं हुई है।

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