मेट्रो सिटी की तर्ज पर विकसित होंगे महानगरों के चौराहे, रुद्रपुर में सर्वे शुरू; यहां भी होगा काम
मैदानी जिलों के प्रमुख चौराहों को सुगम यातायात के लिए मेट्रो सिटी की तर्ज पर विकसित करने की कवायद की जा रही है। उत्तराखंड आवास एवं नगर विकास प्राधिकरण ने रुद्रपुर से शुरूआत करते हुए ट्रैफिक प्लानर को भेजकर सर्वे कराया है।
मैदानी जिलों के प्रमुख चौराहों को सुगम यातायात के लिए मेट्रो सिटी की तर्ज पर विकसित करने की कवायद की जा रही है। उत्तराखंड आवास एवं नगर विकास प्राधिकरण ने रुद्रपुर से शुरूआत करते हुए ट्रैफिक प्लानर को भेजकर सर्वे कराया है। सर्वे के बाद प्लानर डिजाइन तैयार करेगा और मंजूरी मिलने के बाद डीपीआर तैयार की जाएगी। रुद्रपुर के बाद हल्द्वानी सहित अन्य शहरों में सर्वे किया जाएगा।
प्रदेश के मैदानी जिलों के महानगरों के प्रमुख चौराहों पर यातायात का दवाब रहता है। चौराहे संकरे होने के चलते जाम रहता है, साथ ही कई चौराहों की स्थिति भी ठीक नहीं है।
शासन के निर्देश पर आवास विभाग (उडा) की ओर से चिह्नित महानगरों में ट्रैफिक प्लानर भेजा जा रहा है। यह प्लानर प्रशासन, नगर निगम, डीडीए, लोनिवि और एनएचएआई के अधिकारियों के साथ चौराहों का सर्वे कर सुगम यातायात को लेकर सुझाव लेकर ड्राइंग तैयार करेगा।
इसकी शुरूआत रुद्रपुर से हो चुकी है और ट्रैफिक प्लानर राहुल शुक्ला ने डीडीए उपाध्यक्ष अभिषेक रूहेला, सचिव पंकज उपाध्याय सहित लोनिवि, एनएचएआई, नगर निगम, पुलिस विभाग के अधिकारियों के साथ डीडी चौक, गाबा चौक, तीनपानी, पत्थरचट्टा चौराहा के साथ ही काशीपुर बाईपास व नैनीताल रोड का सर्वे किया था। उन्होंने चौराहों को सुगम यातायात के लिए विकसित करने के साथ ही सौंदर्यीकरण पर भी सुझाव लिए थे।
चौराहों पर सुगम यातायात के लिए छोटे-छोटे अतिक्रमण हटाने, चौराहों की चौड़ाई बढ़ाने सहित अन्य सुझाव ट्रैफिक प्लानर को दिए गए थे। मेट्रो सिटी की तर्ज पर चौराहों को विकसित करने की दिशा में यह कार्य हो रहा है। प्लानर की ओर से ड्राइंग बनाकर मंजूरी के बाद प्राधिकरण की ओर से डीपीआर बनाई जाएगी।
– पंकज उपाध्याय, एडीएम/ प्राधिकरण सचिव
उडा की ओर से भेजे गए ट्रैफिक प्लानर ने रुद्रपुर के प्रमुख चौराहों का वैज्ञानिक अध्ययन किया है। इस दौरान प्रशासन सहित लाइन विभाग के अधिकारियों से इनपुट भी लिए गए हैं। जल्द ही प्राइमरी प्लान प्राधिकरण से साझा किया जाएगा। यह कार्य सिर्फ रुद्रपुर ही नहीं बल्कि काशीपुर, हल्द्वानी, हरिद्वार में भी किया जाएगा। इसके पीछे का मकसद दबाव वाले मुख्य चौराहों को यातायात के लिए सुगम और सुंदर बनाना है। इसमें हाईवे में हादसे रोकने के लिए किए जाने वाले जरूरी कदम का भी जिक्र किया जाएगा। प्राधिकरण चाहे तो अपने बजट से बना सकता है। यदि प्राधिकरण की मांग करेगा तो उसे शासन से उपलब्ध कराया जाएगा।
– पीसी दुम्का, संयुक्त मुख्य प्रशासक आवास विभाग।
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