प्रदेश में स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी प्रमाण पत्र फर्जीवाड़े की एसआईटी जांच करेगी, आदेश जारी
स्वतंत्रता सेनानियों की प्रथम पीढ़ी के बच्चों के लिए कालेजों में प्रवेश और नौकरी में दो प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था है, लेकिन पिछले कुछ समय से कुछ लोग इस व्यवस्था का दुरुपयोग कर रहे हैं
प्रदेश में स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी प्रमाण पत्र फर्जीवाड़े की एसआईटी जांच करेगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस संबंध में मुख्य सचिव को आदेश जारी किया है।
स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति ने मुख्यमंत्री को बताया कि उत्तराखंड में स्वतंत्रता सेनानियों की प्रथम पीढ़ी के बच्चों के लिए कालेजों में प्रवेश और नौकरी में दो प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था है, लेकिन पिछले कुछ समय से देखने में आया है कि कुछ लोग इस व्यवस्था का दुरुपयोग करके पहली पीढ़ी के बाद अन्य पीढि़यों का जिनका संबंध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार से नहीं है।
फर्जी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी का प्रमाण पत्र बना रहे हैं। जो इसका इस्तेमाल नीट एवं अन्य परीक्षाओं में कर रहे हैं। देश में इस तरह से अन्य श्रेणियों के आरक्षण में फर्जी प्रमाण पत्र से धांधली हुई है। कई बच्चों को एमबीबीएस में फर्जी प्रवेश लेते पकड़े जाने पर उनका प्रवेश निरस्त किया गया।
प्रदेश में जितने बच्चों ने पिछले पांच साल में मेडिकल कालेज में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी प्रमाण पत्र के आधार पर प्रवेश के लिए आवेदन किया है। उसकी एसआईटी जांच की जाए। जांच में यह देखा जाए कि किन दस्तावेजों के आधार पर बच्चों ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी प्रमण पत्र बनाया है।

लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 न्यूज़ हाइट के समाचार ग्रुप (WhatsApp) से जुड़ें
👉 न्यूज़ हाइट से टेलीग्राम (Telegram) पर जुड़ें
👉 न्यूज़ हाइट के फेसबुक पेज़ को लाइक करें
अपने क्षेत्र की ख़बरें पाने के लिए हमारी इन वैबसाइट्स से भी जुड़ें -
