नए साल में प्रदेश में 38वें राष्ट्रीय खेल, खिलाड़ियों के साथ ही विभाग और खेल संघों की भी परीक्षा
उत्तराखंड को 38वें राष्ट्रीय खेलों का आवंटन 2014 में हुआ था। खेलों के आवंटन के बाद वर्ष 2018 में खेलों का आयोजन प्रस्तावित था, लेकिन खेल अवस्थापना सुविधाओं का विकास हो या फिर खिलाड़ियों के लिए कैंप लगाए जाने हों यह सभी काम अब अंतिम समय पर किए जा रहे हैं
नए साल में उत्तराखंड में होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेल राज्य के खिलाड़ियों के साथ ही विभाग और खेल संघों के लिए भी परीक्षा हैं, जिन्हें राज्य को पदक तालिका में बेहतर स्थान दिलाने के लिए 12 से 13 खेलों के अलावा अन्य खेलों में भी प्रदर्शन सुधारना होगा।
उत्तराखंड ने पिछले तीन राष्ट्रीय खेलों में जिन स्पर्धाओं में पदक जीते हैं, उनमें एथलेटिक्स, जूडो, मुक्केबाजी, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, कुश्ती, ताइक्वांडो, कैनोइंग और कयाकिंग, योगासन, वुसू, जिम्नास्टिक और रोइंग आदि शामिल हैं। इन 12 से 13 खेलों को छोड़ दिया जाए तो अधिकतर में प्रदेश का पिछले तीन राष्ट्रीय खेलों कोई खास प्रदर्शन नहीं रहा।
चाहे वर्ष 2023 में गोवा में आयोजित 37वें राष्ट्रीय खेल हों या फिर गुजरात में 2022 में एवं वर्ष 2015 में केरल में हुए राष्ट्रीय खेल। अधिकतर अन्य खेलों में उत्तराखंड ने कोई पदक नहीं जीता। यह हाल तब है, जबकि राज्य में 40 से अधिक खेल संघ हैं। जिनमें अध्यक्ष और महासचिव के पद पर वर्षों से कई रसूखदार लोग काबिज हैं।
2014 में हुआ था उत्तराखंड को 38वें राष्ट्रीय खेलों का आवंटन
खेल विभाग के अफसरों के मुताबिक, राज्य के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन कर राज्य का नाम रोशन करें, इसके लिए विभाग तो प्रयासरत है, समय-समय पर खेल संगठनों को भी तमाम सुविधाएं दी जाती हैं। खिलाड़ियों के लिए भोजन, यात्रा भत्ते से लेकर किट तक उपलब्ध कराए जाते हैं।
हालांकि, खेल संगठनों का कहना है कि उत्तराखंड को 38वें राष्ट्रीय खेलों का आवंटन 2014 में हुआ था। खेलों के आवंटन के बाद वर्ष 2018 में खेलों का आयोजन प्रस्तावित था, लेकिन खेल अवस्थापना सुविधाओं का विकास हो या फिर खिलाड़ियों के लिए कैंप लगाए जाने हों यह सभी काम अब अंतिम समय पर किए जा रहे हैं। उत्तराखंड ओलंपिक संघ के पूर्व अध्यक्ष निर्वाण मुखर्जी के मुताबिक, यदि चार साल पहले से जूनियर खिलाड़ियों को तैयार किया जाता तो हमारे पास अभी खिलाड़ियों की नर्सरी होती।
नए साल में पदक तालिका में श्रेष्ठ स्थान पाने की चुनौती
खेल विभाग की ओर से राष्ट्रीय खेलों की पदक तालिका में राज्य को श्रेष्ठ पांचवें स्थान तक लाने का दावा किया जा रहा, जो नए साल 2025 में राज्य के सामने बड़ी चुनौती होगी। पिछले साल वर्ष 2023 में गोवा में हुए राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड तीन स्वर्ण सहित 24 पदक पाकर 25वें स्थान पर, 2022 में गुजरात में हुए राष्ट्रीय खेलों में एक स्वर्ण पदक सहित 18 पदक पाकर पदक तालिका में 26वें स्थान पर रहा, जबकि केरल में 2015 में हुए राष्ट्रीय खेलों में दो स्वर्ण सहित 19 पदक पाकर तालिका में 23वां स्थान पाया था।सरकार ने पदक लाने वाले खिलाड़ियों को सीधे सरकारी नौकरी के बाद अब पुरस्कार की धनराशि दोगुनी की है। इससे खिलाड़ी खेलों के प्रति आकर्षित होंगे और बेहतर प्रदर्शन करेंगे। -अमित सिन्हा, विशेष प्रमुख सचिव खेल
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