हेलीकाप्टर कम्पनी की मनमानी जारी, प्रतिबंध के बाद भी केदारनाथ में हेलीकॉप्टर ले जाने पर कार्यवाही, BKTC के अध्यक्ष थे हेली में सवार।
– बीते दो दिन पहले केदारनाथ में प्रतिबंध के बावजूद हेलीकॉप्टर ले जाने पर डीजीसीए और UCADA ने एक्शन लिया है। बताया जा रहा है कि इस हेलीकॉप्टर में बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष सवार थे।
उत्तराखंड में यात्रा सीजन की शुरुआती दौर में लगातार हुई हिली दुर्घटनाओं के बावजूद भी हेली कंपनियां अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रही है। ऐसा ही ताजा मामला उत्तराखंड की हेरीटेज एवियशन कंपनी द्वारा देखने को मिला है जहां पर केदारनाथ में हेली सेवा प्रतिबंध होने के बावजूद भी बीते दो दिन पहले सोमवार को हेरिटेज एविएशन द्वारा खराब मौसम के चलते भी केदारनाथ में हेलीकॉप्टर लेकर जाया गया। इस हेली फ्लाई की जानकारी जैसे ही DGCA और UCADA के अधिकारियों को जैसे ही इसकी भनक लगी उन्होंने हेलीकॉप्टर को वहीं ग्राउंड करवा दिया। बताया जा रहा हैं कि ये हेलीकॉप्टर डीजीसीए ने पूरे 24 घंटे तक केदारनाथ में रोक के रखा और UCADA को इस पर जांच के लिए कहा गया। केदारनाथ के पुरोहित सन्तोष त्रिवेदी ने बताया कि इसमें बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी और उनके साथ कुछ उद्योगपति केदारनाथ आए थे और आने के बाद मौसम खराब होने की वजह से हेलीकॉप्टर को वहीं रुकना पड़ा।
तो वही इस पूरे मामले पर उत्तराखंड सिविल एविएशन एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (UCADA) के सीईओ आशीष चौहान ने कार्यवाही की बात कही है उन्होंने कहा कि उनके द्वारा इस प्राइवेट कंपनी को प्रतिबंध के बावजूद भी हेलीकॉप्टर फ्लाई करने को लेकर नोटिस भेजा गया है और उसे जवाब मांगा गया है। वहीं इसके अलावा UCADA में इस मामले की जांच कर रहे हैं संजय टोलिया ने बताया कि बीते दो दिन पहले केदारनाथ में प्रतिबंध के बावजूद हेलीकॉप्टर फ्लाई किया गया था। उन्होंने बताया कि केदारनाथ में हेलीकॉप्टर फ्लाई इस वक्त पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है। उन्होंने बताया कि बीते दिनों हुए हेली दुर्घटनाओं के बाद डीजीसीए ने केदारनाथ में हेलीकॉप्टर फ्लाई को लेकर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था तो वही UCADA भी सितंबर तक जब तक बरसात का मौसम होता है तब तक हेली सेवाएं बंद रखता है। तो वही यह हेलीकॉप्टर जो केदारनाथ गया है यह किन परिस्थितियों में गया है इसकी जांच की जा रही है।
जांच अधिकारी संजय टोलिया ने बताया कि इस मामले की जांच एक-दो दिन में पूरी हो जाएगी जिसमें एडमिशन कंपनी और पैसेंजर को लेकर भी जांच की जाएगी और जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि जैसे ही मामला संज्ञान में आया सबसे पहले प्राइवेट कंपनी को फ्लाइंग SOP, UCADA और डीजीसीए के मानकों के आधार पर नोटिस भेजा गया हैं। उन्होंने बताया कि हेरिटेज एविएशन द्वारा या अप्लाई की गई थी उस समय वह दिल्ली में थे और जैसे ही उन्हें सूचना मिली उन्होंने इस अप्लाई पर तत्काल रोक लगा दी थी वही हेलीकॉप्टर पर रोक लगा दी थी। उनका कहना है कि यह पूरी तरह से हेली कंपनी द्वारा की गई एक चूक है और उसने अपने मनमर्जी से फ्लाई किया है। पैसेंजर को लेकर उन्होंने कहा कि जब से चीज रिफॉर्म हुई है उत्तराखंड सिविल एविएशन सभी हेली सेवाओं से उड़ने वाले सभी पैसेंजर के आधार कार्ड सहित पूरी डिटेल लेती है और निश्चित तौर से पैसेंजर भी इसके दायरे में आएंगे। उन्होंने कहा कि जब भी कोई हेली उत्तराखंड में उड़ता है तो उसके पायलट पैसेंजर सहित पूरी डिटेल कहां से कहां जा रहा है कौन है क्यों जा रहा है यह UCADA जानकारी लेता है और उसके बाद ही परमिशन दी जाती है।
वहीं इसके अलावा नए नियमों के तहत सोप में यह रखा गया है कि यदि कहीं पर भी मौसम खराब होता है तो वहां से हेलीकॉप्टर को यू टर्न लेना होगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सिविल एविएशन इस सीजन में हुई हिली दुर्घटनाओं के बाद बेहद सख्त हुआ है और हेली सेवाओं में कुछ भी लापरवाही भारत ने वालों को बिल्कुल भी प्राधिकरण छोड़ने वाला नहीं है इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा उसको दंडित किया जाएगा। वही इस मामले पर हमने बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी से भी जानकारी लेनी चाहिए कि किन परिस्थितियों में वह केदारनाथ हेलीकॉप्टर के माध्यम से गए थे और किस तरह से फ्लाई हुआ क्या कुछ पूरा मामला था लेकिन हेमंत द्विवेदी द्वारा कई बार फोन किए जाने पर भी फोन नहीं उठाया गया।

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