Tehri: आपदाग्रस्त तिनगढ़ गांव को सुरक्षित जगह पर विस्थापित करेगी सरकार, दो गांवों का होगा भूगर्भीय सर्वेक्षण
गढ़वाल कमिश्नर ने कहा कि सरकार आपदा पीड़ितों के साथ खड़ी है। उनके जीवन को पटरी पर लाने के लिए हर संभव मदद दी जा रही है।
भिलंगना ब्लाॅक के आपदा प्रभावित क्षेत्र का जायजा लेने के लिए सोमवार को गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय पहुंचे। उन्होंने प्रभावितों को हर संभव मदद का भरोसा दिया है। उन्होंने जीआईसी विनयखाल में बनाए गए राहत शिविर में रह रहे प्रभावितों के लिए जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
कमिश्रर ने कहा कि आपदा प्रभावित तिनगढ़ गांव का विस्थापन सुरक्षित जगह पर किया जाएगा। जबकि खतरे की जद में आए जखाणा और तोली गांव का शीघ्र ही भूगर्भीय सर्वेक्षण कराया जाएगा। रिपोर्ट के आधार पर गांवों को आसपास सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने पुनर्वास और अन्य ट्रीटमेंट कार्य के लिए बनाई जाने वाली कमेटी में स्थानीय लोगों को भी शामिल करने के निर्देश दिए हैं।
गढ़वाल कमिश्नर ने कहा कि सरकार आपदा पीड़ितों के साथ खड़ी है। उनके जीवन को पटरी पर लाने के लिए हर संभव मदद दी जा रही है। आपदा प्रभावित क्षेत्र की समस्याओं के समाधान के लिए धन की कमी आड़े नहीं आएगी। उन्होंने लोगों को बताया कि सीएम ने आपदा प्रबंधन सचिव को निर्देश दिए हैं कि टिहरी जिला प्रशासन से आपदा प्रभावित गांवों के पुनर्वास और ट्रीटमेंट आदि कार्य के लिए जो भी प्रस्ताव आएगा उसके अनुसार बजट शीघ्र जारी करें।
उन्होंने प्रशासन के अधिकारियों से तिनगढ़ गांव के पुनर्वास की कार्रवाई शुरू करने को कहा। जखाणा और तोली गांव का भी जल्द सर्वे कराने के निर्देश दिए गए हैं। बाल गंगा और धर्म गंगा का कटाव रोकने के लिए ट्रीटमेंट प्लान तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। डीएम मयूर दीक्षित ने बताया कि तिनगढ़ गांव के पुनर्वास के लिए सैद्धांतिक स्वीकृति मिल गई है। इसके लिए आसपास सुरक्षित स्थान का चयन किया जा रहा है। राहत शिविर के पास पशु शेल्टर बनाने को भी कहा गया है। विधायक शक्तिलाल शाह ने कहा कि गांव के पुनर्वास को लेकर वह लगातार सीएम के संपर्क में है। उन्होंने, प्रभावित क्षेत्र में सड़क, बिजली, पानी, संचार कनेक्टिविटी जल्द सुचारू करने के निर्देश दिए
नदी का कटाव रोकने के लिए सुरक्षात्मक कार्य जल्द शुरू करेंं : कमिश्नर
कमिश्रर ने बाल गंगा और धर्म गंगा के उफान पर आने से हुए नुकसान का भी जायजा लिया। उन्होंने कहा कि नदी से कटाव रोकने के लिए सुरक्षात्मक कार्य जल्द शुरू किए जाएं। उन्होंने सिंचाई विभाग को तत्काल इसका एस्टीमेट बनाकर निविदा जारी करने के निर्देश दिए। कमिश्रर ने डीएम से परिसंपत्तियों का मूल्यांकन करने और प्रभावित गांव के बच्चों के लिए कैंप स्थल पर स्कूल संचालित करने के लिए कहा। लोनिवि और पीएमजीएसवाई को बंद पड़ीं सड़कों को शीघ्र खोलने और जल संस्थान को जलापूर्ति सुचारू करने के निर्देश। इस मौके पर एसडीएम अपूर्वा सिंह, सिंचाई विभाग के एसई आरके गुप्ता आदि मौजूद थे।
आपदा प्रभावित तोली गांव को भी खाली कराया
आपदा से जूझ रहे तोली गांव के प्रभावितों को भी जीआईसी विनयखाल में अने राहत शिविर में भेजा गया है। भूस्खलन के खतरे को देखते हुए तोली गांव को खाली कराया गया है। तहसील प्रशासन के मुताबिक तोली गांव के सभी 81 परिवारों से गांव खाली कराया गया है। उनमें से करीब 69 परिवार आसपास गांव में अपने जान-पहचान और रिश्तेदारों के घरों में चले गए हैं। जबकि 11 परिवार ही राहत शिविर में रह रहे हैं।
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