Kedarnath: गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर अभी भी खतरा बरकरार, यात्रियों को नहीं जाने की अनुमति
31 जुलाई को पैदल मार्ग पर आई आपदा के बाद से बीते एक अगस्त से पैदल यात्रा बंद है। पैदल मार्ग पर यात्रा शुरू करने की बात थी, लेकिन सुरक्षा को देखते हुए गौरीकुंड पहुंचे कुछ यात्रियों को सुरक्षा कारणों का हवाला देकर सोनप्रयाग वापस भेज दिया गया।
गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर सुरक्षा कारणों से पैदल यात्रा शुरू नहीं हो पाई है। पिछले कई दिनों से केदारघाटी में रात को मूसलाधार बारिश हो रही, जिससे भूस्खलन जोन सक्रिय हो गए हैं। ऐसे में पत्थर और मलबा गिरने का खतरा बना है।
31 जुलाई को पैदल मार्ग पर आई आपदा के बाद से बीते एक अगस्त से पैदल यात्रा बंद है। प्रशासन द्वारा अधिकारिक तौर पर शनिवार से पैदल यात्रा शुरू करने की योजना थी, पर शुक्रवार देर रात गौरीकुंड से केदारनाथ तक तेज बारिश होने से पैदल मार्ग संवेदनशील हो गया था, जिससे पैदल यात्रा शुरू नहीं की गई।
इस दौरान गौरीकुंड पहुंचे कुछ यात्रियों को सुरक्षा कारणों का हवाला देकर सोनप्रयाग वापस भेज दिया गया। आपदा प्रभावित रास्ते की मरम्मत का कार्य चल रहा है और बारिश से स्थिति काफी संवेदनशील हो रखी है। यहां कई जगहों पर पहाड़ी से पत्थर गिरने का खतरा भी बना है। सेक्टर मजिस्ट्रेट बीरेंद्र सिंह ने बताया, क्षेत्र में आए दिन बारिश से अभी पैदल मार्ग पर आवाजाही नहीं कराई जा रही है।
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