गुस्से में गजराज: पैदल दुगड्डा जा रहे व्यक्ति को हाथी ने सूंड से उठाकर पटका, रामपुर में गेट तोड़कर फसल रौंदीसुबह छह बजे महिमानंद बस्यूर गांव से वाहन लेने सुबह दुगड्डा आ रहे थे। इसी दौरान गांव के मंदिर के समीप रास्ते में एक हाथी आ गया।ब्राह्मण बस्यूर गांव में हाथी ने एक व्यक्ति को सूंड से उठाकर पटक दिया।
हमले में व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना पर पहुंचे वन कर्मियों ने घायल को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दुगड्डा पहुंचाया, जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।ब्राह्मण बस्यूर गांव निवासी निवासी महिमानंद (60) रोज नजीबाबाद मंडी से वाहन में सब्जी लेकर दुगड्डा आते हैं और सब्जी विक्रेताओं को बेचते हैं। इसके बाद वाहन दुगड्डा में ही खड़ा कर देते हैं। बुधवार सुबह छह बजे महिमानंद बस्यूर गांव से वाहन लेने सुबह दुगड्डा आ रहे थे। इसी दौरान गांव के मंदिर के समीप रास्ते में एक हाथी आ गया।
महिमानंद ने शोर मचाया तो हाथी वहां से चला गया। वह जैसी की आगे बढ़े तो अचानक झाड़ियों से दूसरा हाथी निकलकर उनके सामने आ गया और उसने महिमानंद को सूंड से उठाकर खाई में फेंक दिया। उनके सिर और नाक पर गंभीर चोटें आईं। महिमानंद ने किसी तरह हिम्मत जुटाई और मुख्य सड़क तक पहुंचे।इसके बाद घटना की जानकारी वन कर्मियों को दी। सूचना पर वन दारोगा महिपाल सिंह मौके पर पहुंचे और घायल को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दुगड्डा लाए। डॉक्टरों ने घायल की गंभीर हालत को देखते हुए हायर सेंटर बेस अस्पताल कोटद्वार रेफर कर दिया। घायल महिमानंद ने बताया कि यदि हाथी उन्हें सड़क पर पटक देता तो उनका बचना मुश्किल था। घटना के बाद से क्षेत्र में दहशत बनी है। वहीं दुगड्डा रेंजर प्रमोद डोबरियाल ने कहा कि सूचना पर वन कर्मियों को मौके पर भेजा गया था।
.घायल को नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा।
रामपुर में फिर धमका हाथी, गेट तोड़ा, फसल रौंदी
सनेह क्षेत्र के रामपुर में हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार रात को एक बार फिर हाथियों ने जहां काश्तकारों की गेहूं की फसल को चौपट कर दिया, वहीं एक दिन पहले तोड़े गए गेट के दूसरे हिस्से को भी तोड़ डाला। ग्रामीणों ने पटाखे फोड़े और कनस्तर बजाए तो एक घंटे की मशक्कत के बाद हाथी गए। आरोप लगाया कि वन विभाग की ओर से रात्रि गश्त बंद कर दी गई है।
रामपुर निवासी बालम सिंह पंवार ने बताया कि मंगलवार रात 2:00 बजे दो हाथियों ने उनके गेट का दूसरा हिस्सा भी तोड़ डाला। साथ ही पानी से भरी टंकी को भी खाली कर गए। कहा कि रात को हाथी घर आंगन में धमक रहे हैं। वहीं, काश्तकार मोहन सिंह रावत ने बताया कि हाथियों ने जहां उनकी करीब दो बीघा गेहूं की फसल रौंद डाली।
वहीं दूसरे खेत में पशुचारा बर्सीम भी चट कर दिया। पटाखे फोड़ने और कनस्तर बजाकर करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद हाथी को खेतों से भगाया। ग्रामीणों ने वन विभाग से क्षेत्र में रात्रि गश्त बढ़ाने और उन्हें फसल की क्षति का मुआवजा देने की मांग की। वहीं कोटद्वार रेंजर विपिन चंद्र जोशी ने कहा कि रामपुर क्षेत्र में वन कर्मियों को भेजा गया है। फसल क्षति के मुआवजे के लिए जल्द रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी और क्षेत्र में वन कर्मियों की गश्त बढ़ाई जाएगा।
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