अतिथि शिक्षकों की कैबिनेट बैठक पर नजर, शिक्षा मंत्री ने 26 की बैठक में दिया था आश्वासन।
माध्यमिक अतिथि शिक्षक पिछले एक साल से पद सुरक्षित, वेतन वृद्धि को लेकर शिक्षा मंत्री से मुलाकात कर रहे हैं और शिक्षा मंत्री ने इस बावत दो बार विभागीय बैठक में कैबिनेट बैठक के माध्यम से अतिथि शिक्षकों की मांगों को पूरा करने का वायदा किया है। संघ के अध्यक्ष अभिषेक भट्ट ने कहा कि अतिथि शिक्षक 9 साल से शिक्षण कार्य कर रहे किन्तु अभी तक सरकार ने अतिथि शिक्षकों को स्थायी व्यवस्था में लाने के लिये कोई नीति नहीं बनाई।
वेतन वृद्धि 35 से 40 हजार किया जाने का खुद शिक्षा मंत्री पिछले एक साल से आश्वासन दे रहे हैं। 14 अगस्त को हड़ताल अवधि में 50 दिन के अंदर पद लॉक किये जाने दो कैबिनेट बैठक के अंदर वेतन वृद्धि किये जाने, बाहर चल रहे व्यायाम अतिथि शिक्षकों का समायोजन किये जाने सहित अन्य प्रमुख मांगो को शीघ्र पूरा करने का वायदा किया किन्तु अभी तक किसी भी शासनादेश नहीं निकला। महामंत्री दौलत जगूड़ी ने कहा कि 26 नवम्बर की माननीय शिक्षा मंत्री जी की अध्यक्षता में निदेशालय में शासन स्तर के साथ त्रिस्तरीय बैठक हुई थी। जिसमे 2015 वाले अतिथि शिक्षकों के पदों को सुरक्षित किये जाने वेतन वृद्धि सहित अन्य मांगों को आने वाली कैबिनेट बैठक के माध्यम से पूरा किये जाने की सहमति व्यक्त की गई थी।
यदि कल 11 की कैबिनेट बैठक में अतिथि शिक्षकों की मांगों पर निर्णय नही होता तो ये अतिथि शिक्षकों के साथ विश्वासघात होगा। क्योंकि एक ओर सरकार नए अतिथि शिक्षकों की भर्ती कर रही और जो 2015 से कार्य कर रहे हैं उनके भविष्य को सुरक्षित करने का वायदा पूरा नही किया। वेतन वृद्धि भी का मामला भी एक साल से लटका है। शासन स्तर पर जो भी प्रस्ताव निदेशालय में जा रहे उनको लंबित किया जा रहा, उसके उलट अतिथि शिक्षकों के शोषण वाले आदेश निकाले जा रहे। शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री से अतिथि शिक्षकों ने कल की कैबिनेट बैठक में अतिथि शिक्षकों के हित मे निर्णय लेने की उम्मीद जताई है। बताया कि अब अतिथि शिक्षकों के साथ अन्याय और शोषण बर्दास्त नहीं किया जाएगा।।
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