लोकसभा चुनाव में जो होना था हो गया. अब उपचुनाव से वापसी करनी है. यूपी बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक का यही संदेश है. यूपी में विधानसभा की दस सीटों पर उपचुनाव होने हैं. बीजेपी की कोशिश इस बार विपक्ष के विजय अभियान को रोकने की है.
आपसी मतभेद भुलाकर हर सीट जीतने की रणनीति बनी है. इस बार कोर कमेटी की बैठक में बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष भी मौजूद रहे. आम तौर पर यूपी बीजेपी कोर कमेटी की मीटिंग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के घर पर होती रही है, लेकिन इस बार ये बैठक पार्टी के ऑफिस में हुई. ये मीटिंग करीब तीन घंटे तक चली.
संगठन महामंत्री बीएल संतोष दो दिनों के दौरे पर लखनऊ में हैं. बीजेपी ऑफिस पहुंचते ही सबसे पहले उन्होंने पार्टी नेताओं से कहा कि मीटिंग की कोई जानकारी मीडिया को लीक न हो.
लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद से ही यूपी में घमासान मचा है. यूपी में बीजेपी के कुछ सीनियर नेताओं में आपसी बोलचाल तक बंद है. चुनाव में पार्टी की हार के लिए सब एक दूसरे पर ठीकरा फोड़ रहे हैं. ऐसे हालात में कोर कमेटी की मीटिंग हुई. सबने मिल कर तय किया कि उप चुनाव में जान लगा देना है. लक्ष्य सभी दस सीटें जीतने का है.
उपचुनाव में सीटें जीतने का लक्ष्य
तय हुआ कि अपने कोटे की सभी सीटें हमें हर हाल में जीतना है. इसके अलावा फैजाबाद की मिल्कीपुर विधानसभा सीट समाजवादी पार्टी से छीन लेना है. फैजाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद इसी सीट से विेधायक थे. फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र में ही अयोध्या पड़ता है. बीएल संतोष ने कहा कि अगर ये सीट हम फिर हार गए तो फिर राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी की बदनामी होगी. साल 2017 में इस सीट से बीजेपी के गोरखनाथ विधायक चुने गए थे.
यूपी में विधानसभा के दस सीटों का उप चुनाव बीजेपी के लिए नाक का सवाल बन गया है. इन दस सीटों में से 5 सीटें समाजवादी पार्टी के पास थीं. जबकि 3 विधानसभा सीटों फूलपुर, गाजियाबाद और खैर सीट पर बीजेपी का कब्जा था. आरएलडी के पास मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट थी. बीजेपी की सहयोगी दल निषाद पार्टी के पास मझवां सीट थीं.
सीएम योगी ने बनाया टास्क फोर्स
विधानसभा उपचुनाव के लिए योगी आदित्यनाथ ने 15 मंत्रियों का एक टास्क फोर्स बनाया है. इस टीम को चुनाव के प्रबंधन से लेकर अच्छे उम्मीदवार के बारे में पता करने की जिम्मेदारी दी गई है. यूपी बीजेपी ने भी संगठन के कुछ पदाधिकारियों की एक टीम इसी काम के लिए बनाई है. लोकसभा चुनाव के बाद से बीजेपी का कार्यकर्ता हताश और निराश हैं. अगर उप चुनाव के नतीजे अच्छे नहीं रहे तो फिर बीजेपी मुश्किल में पड़ सकती है.
बीजेपी कोर कमेटी की बैठक से पहले लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन पर चर्चा हुई. इस बैठक में पार्टी के क्षेत्रीय अध्यक्षों और प्रदेश महामंत्रियों को बुलाया गया था. ये बैठक काफी हंगामेदार रही. पार्टी की हार को लेकर सबने अपने अपने मन की बात की. गलत टिकट दिए जाने से लेकर पार्टी के अंदर भितरघात तक पर बात हुई. बीजेपी के यूपी नेतृत्व ने हार की समीक्षा के लिए चालीस नेताओं की एक टीम बनाई थी. इस टीम ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है.
दलित नेताओं के साथ बैठक करेंगे बीएल संतोष
रविवार को बीएल संतोष ने बीजेपी के दलित नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है. इस बार के लोकसभा चुनाव में दलित वोटरों का एक बड़ा हिस्सा इंडिया गठबंधन के साथ चला गया . ये बीजेपी के साथ साथ बीएसपी के लिए भी खतरे की घंटी है. संविधान और आरक्षण बचाने के नाम पर दलित वोटरों ने बीजेपी का साथ छोड़ दिया. अब आगे क्या! इस पर चर्चा के लिए रविवार को पार्टी के दलित नेताओं और मंत्रियों की मीटिंग बुलाई गई है.
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