केदारनाथ उपचुनाव को लेकर रणभेरी बज गई है इस बार उपचुनाव में बीजेपी और कांग्रेस में सीधा मुकाबला है नामांकन की तिथियां खत्म हो चुकी हैं ऐसे में बीजेपी ने चुनाव प्रबंधन का ऐसा खेल खेला की कांग्रेस के मंसूबे धाराशाई हो गए
एक तो संगठन की तमाम नाराज़गियों के बीच कांग्रेस ने मनोज रावत को प्रत्याशी घोषित किया जिससे अंदरखाने कांग्रेस संगठन और स्थानीय नेतृत्व में नाराजगी देखने को मिल रही है अंदर खाने कांग्रेसी भी मनोज रावत की शत प्रतिशत जीत को लेकर अशांकित हैं वही कांग्रेसवाले अपने प्रत्याशी की जीत की कुंजी बीजेपी की बगावत में देख रहें थे लेकिन बीजेपी सरकार और संगठन ने चुनाव प्रबंधन का ऐसा काम किया की ना तो पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ बाकी दावेदार खडे हुए और ना ही किसी ने नामांकन किया जिसे बीजेपी के लिए बड़ी राहत की खबर माना जा रहा हैं
साफ हैं इससे बीजेपी अपने मतो को बाँटने से रोकने में कामयाब हो सकेगी वही अगर कुलदीप या ऐश्वर्या में से कोई चुनाव लड़ जाता तो परेशानी बीजेपी को ही होती हालांकि दोनों ने टिकट पाने को लेकर जो जद्दोजहद दिखाई वो टिकट घोषित होने के बाद नहीं दिखाई दी कुलदीप और ऐश्वर्या तो बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार और नामांकन की बात करते भी नजर आए
हालांकि इन सबके बीच कांग्रेस अपनी जीत की कोशिशो से ज्यादा ऐश्वर्या को टिकट क्यों नहीं मिला इसको मुद्दा बना रही हैं लेकिन बड़ी बात ये हैं कि कांग्रेस ने अगर अपने कैडर कार्यकर्ता को टिकट दिया तो बीजेपी ने अपने कैडर के कार्यकर्ता को टिकट दिया तो इसमें कोई गलत बात तो नहीं हैं साफ हैं कांग्रेस नेता ठीक वो ही गलती कर रहें हैं जैसी गोदियाल ने लोकसभा चुनाव के दौरान की थी वो ऐसे नेरेटिव को फैला रहें थे जो चुनाव और जनता से जुड़ नहीं पाए थे वही रही ऐश्वर्या की बात तो बीजेपी पार्टी कौन जीत रहा हैं उसपर दाँव लगाती हैं ऐश्वर्या अभी अभी पार्टी में अपनी माँ की बागडोर सँभालने आई हैं
टिकट को लेकर जितनी जल्दबाजी ऐश्वर्या ने दिखाई उतनी कोई नहीं दिखा रहा था और जिस तरह के बयान और पोस्ट ऐश्वर्या ने सोशल मीडिया में कहा और किया बीजेपी में उसे ठीक नहीं माना जाता, बीजेपी अनुशासित पार्टी है अगर ऐश्वर्या टिकट को लेकर इस तरह की बयान बाजी और पोस्ट ना करती तो शायद उन्हें टिकट मिल सकता था लेकिन ऐसा हुआ नहीं वही जयदीप ने भी उसका काम खराब किया इसलिए राजनीति में सही कहा जाता हैं की अति उत्साह और आत्मविश्वास कभी कभी उल्टा भी पड़ जाता हैं
वही बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा की बीजेपी ने मातृशक्ति को टिकट दिया हैं वही कांग्रेस संगठन और प्रत्याशी के पास जनता से जुड़े मुद्दे तो हैं नहीं इसलिए अब वो किसे टिकट दिया किसे नहीं इस मुद्दे को हवा देना चाहती हैं लेकिन आम जनता को इससे कोई मतलब नहीं हैं ना ही इन बातों पर वोट पड़ते हैं महेंद्र भट्ट के अनुसार बाकी दावेदारों को कैसे उपयोग करना है यह सारा काम भाजपा संगठन और सरकार का है कांग्रेस नेताओं को इसमें ध्यान देने की जरूरत नहीं
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