एलयूसीसी घोटाले में सीबीआई ने दर्ज की एफआईआर, 46 लोगों को बनाया आरोपी
एलयूसीसी नाम की कंपनी ने प्रदेशभर के लोगों से करोड़ों रुपए ठगे थे। अब सीबीआई ने मामला दर्ज किया है।
छोटी-छोटी जमा योजनाओं के नाम पर लोगों से करोड़ों रुपये ठगने वाली लोनी अर्बन मल्टी क्रेडिट एंड थ्रिफ्ट कोऑपरेटिव सोसायटी यानी एलयूसीसी और उसके 46 कारिंदों के खिलाफ सीबीआई ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
इनमें कंपनी के ब्रांड एंबेसडर अभिनेता श्रेयस तलपड़े व आलोक नाथ भी शामिल हैं। इस मामले में सितंबर में हाईकोर्ट ने सीबीआई को मुदकमा दर्ज करने के आदेश दिए थे। इससे पहले राज्य पुलिस इस प्रकरण में कुल 18 प्राथमिकियां दर्ज कर चुकी है, जिनमें से 10 में चार्जशीट स्पेशल बड्स एक्ट कोर्ट में दाखिल की जा चुकी है।
एलयूसीसी ने उत्तराखंड में साल 2019 में काम शुरू किया था। एक के बाद एक कई जिलों में शाखाएं खोल दी गईं। इनके सहारे लोगों से उनकी छोटी-छोटी बचत का पैसा लिया गया और उन्हें मोटे ब्याज का लालच दिया गया। कई एजेंट इन कार्यालयों में रखे गए। करोड़ों जब इकट्ठा हो गए तब एकाएक कंपनी के कार्यालय बंद होने लगे। इनके एजेंट से पता किया गया तो उन्हें भी इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी। ऐसे में परेशान लोगों ने पुलिस से गुहार लगाई।
पहली प्राथमिकी कोटद्वार कोतवाली में स्थानीय निवासी महिला तृप्ति नेगी की शिकायत पर पिछले एक जून को दर्ज की गई। इसके बाद प्रदेश के कई जिलों में एक के बाद एक कई शिकायतें आईं, जिनपर पुलिस ने कुल 18 प्राथमिकियां दर्ज कीं। इसके बाद इसकी जांच सीबीसीआईडी से भी कराई गई।
मामले में प्रदेशभर में महिलाओं ने आंदोलन लिया। देहरादून में सीएम आवास कूच भी किया गया था। सीबीसीआईडी और पुलिस ने कुल 10 प्राथमिकियों में चार्जशीट भी दाखिल कर दी। अब पिछले दिनों हाईकोर्ट ने इस मामले में सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। इसी क्रम में सीबीआई देहरादून शाखा ने इस प्रकरण में कोटद्वार कोतवाली की प्राथमिकी को आधार बनाते हुए यह प्राथमिकी दर्ज की है। इसमें बाकी प्राथमिकियों के तथ्यों और आरोपियों के नामों को शामिल किया गया है।
राज्य में खोली थीं 35 शाखाएं
यूएलसीसी ने उत्तराखंड में 35 शाखाएं खोली थीं। जिसमें लोगों को कम समय में अधिक मुनाफे का लालच देकर पैसा जमा कराया गया। विदेश में सोना, तेल, रिफाइनरी सहित अन्य क्षेत्रों में निवेश कर मुनाफे का भी लालच दिया गया। कुछ लोगों की निवेश की गई राशि परिपक्व होने के बावजूद उन्हें पैसा नहीं लौटाया गया। पूर्व में इस मामले में पुलिस कुछ लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
गृहमंत्री से मिले थे चार सांसद
उत्तराखंड में सामने आए एलयूसीसी चिटफंड घोटाले के मामले में उत्तराखंड के चार सांसद बीती 24 जुलाई को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिले थे। उन्होंने घोटाला करने वालों पर कार्रवाई की मांग की थी। दिल्ली में हरिद्वार सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी, नैनीताल सांसद अजय भट्ट और टिहरी सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह ने केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह जी से मुलाकात की थी। हालांकि इससे पहले ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस मामले की सीबीआई जांच कराने की अनुमति दे चुके थे।

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