राज्य में प्रतिष्ठित निजी शिक्षण संस्थाओं के माध्यम से दी जा रही स्कूली शिक्षा की उपलब्धता प्राय असमान रही है तथा यह केवल घनी आबादी वाले मैदानी क्षेत्रों तक ही सीमित रह गयी है। परिणामस्वरूप साधनविहीन छात्रों की पहुँच इन विद्यालयों तक नहीं हो पाती है तथा कुछ सीमा तक राज्य में पलायन को बल मिला है।
राज्य में प्रतिष्ठित निजी शिक्षण संस्थाओं में दी जा रही शिक्षा की पहुँच साधनविहीन छात्रों को भी हो सके इसके लिए जागामी ग्लोबल इन्वेस्टर्स सम्मिट के दृष्टिगत निजी विद्यालयों के संचालको/प्रबन्धको को आवश्यकता वाले क्षेत्रों में राज्य सरकार की निवेश नीति के अमार्गत नये रसूल (बोर्डिंग) खोले जाने हेतु प्रेरित किया गया।
निजी विद्यालयों के प्रबच्चको संचालकों को अवगत कराया गया कि राज्य सरकार द्वारा इसके लिए भूमि बैंक बनाया गया है जिसका लाभ राज्य सरकार द्वारा निर्धारित की गयी नीति के अन्तर्गत निवेश पर मिल सकता है। इसी क्रम में दिनांक 4 दिसम्बर 2023 को निजी विद्यालयों के प्रबन्धकों/संचालकों के साथ सचिव विद्यालय शिक्षा श्री रविनाथ रामन की आध्यक्षता में राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा के सभागार में बैठक आयोजित की गयी।
बैवक में निजी विद्यालयों के संचालकों/प्रबन्धकों के द्वारा की गयी पुच्छा पर सचिव विद्यालयी शिक्षा श्री रविनाथ रामन एवं श्री बंशीधर तिवारी महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा द्वारा उसका समाधान दिया गया तथा तदनुसार उनके द्वारा बोर्डिंग एवं के स्कूल अलग-अलग स्थानों पर खोले जाने की सहमति दी गयी। निजी विद्यालयों के संचालकों/प्रबन्धकों के सहमत होने पर महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा/राज्य परियोजना निदेशक समय शिक्षा उत्तराप्र श्री बंशीधर तिवारी द्वारा राज्य सरकार की ओर से एवं इच्छुक विद्यालय के प्रतिनिधि के साथ सचिव विद्यालयी शिक्षा की उपस्थिति में समझौता ज्ञाप हस्तार किया गया। इस कार्य को मूर्तरूप देने का उत्तरदायित्व विभाग द्वारा ८० नुकुल कुमार सती, अपर राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा को दिया गया था तथा उनके द्वारा निजी विद्यालयों के प्रबन्धकों/संपालकों के साथ समन्वयन करते हुए इसके क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गयी। इस अवधि में कुल 13 निजी विद्यालयों के साथ प्री-प्राइमरी से लेकर कक्षा 12 वीं तक के विद्यालय खोले जाने हेतु Moti हस्ताक्षर किया गया जिसमें लगभग 680 करोड का व्यय तथा 2290 नये रोजगार सूजन प्रस्तावित है। उक्त नये चिद्यालयों को खोले जाने हेतु निजी विद्यालयों के संचालकों/प्रबन्धकों के द्वारा जनपद ऊधमसिंह नगर, देहरादून, नैनीताल, पौडी, टिहरी, हरिद्वार, बागेश्वर आदि जनपदों के लिए सहमति दी गयी है तथा 2 वर्ष की अवधि में विद्यालय प्रारम्भ कर लिए जाने का भी आश्वासन दिया गया है। इस अवसर पर निजी विद्यालयों की ओर से श्री डी०एस० मान श्री राकेश ओबेराय श्री गगनजीत जुनेजा, श्री संजय सेठी, श्री भूपेश सिंह, गीता शर्मा श्री शरद श्री प्रेम कश्यप एवं विभागीय स्तर से श्री मदन मोहन जोशी उप राज्य परियोजना निदेशक, श्री मुकेश कुमड़ी समन्वयक, श्री हिमांशु रावत आदि उपस्थित रहे।
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