सावधान! उत्तराखंड की इस नदी में भंवर व गहराई खत्म कर सकती है जिंदगी, कई गंवा चुके हैं जान
अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर कोसी नदी में पर्यटक नहाने का मोह नहीं छोड़ रहे हैं जबकि हाल ही में कई लोग डूबकर मर चुके हैं। गहराई और भंवर का अंदाजा न होने पर भी लोग बच्चों के साथ नदी के बीच तक जा रहे हैं। स्थानीय लोगों ने खतरनाक स्थानों पर आवाजाही रोकने की मांग की है ताकि कोसी नदी में होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सके
एक के बाद एक डूबने से हुई मौतों के मामले सामने आने के बावजूद अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर आवाजाही करने वाले पर्यटक कोसी नदी में नहाने का मोह नहीं छोड़ रहे। गहराई व भंवर का रत्ती भर अंदाज न होने के बाद भी पर्यटक छोटे छोटे बच्चों को लेकर नदी के बीचोंबीच तक पहुंच जा रहे हैं। ऐसे में बड़ी घटना के सामने आने का खतरा बढ़ता ही जा रहा है।
शनिवार को ढोकाने वाटर फाल में सत्रह वर्षीय किशोर व बीते माह काकड़ीघाट क्षेत्र में दो बच्चों की डूबने से हुई मौत के बावजूद अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे के नजदीक बहने वाली कोसी नदी में नहाने वालों का तांता लग रहा है। कोसी नदी में भी अलग अलग स्थानों पर पूर्व में कई लोग भंवर व गहराई का सही अंदाजा न होने से नहाने के दौरान डूबकर जान गंवा चुके हैं।
नावली क्षेत्र में सबसे अधिक घटनाओं के सामने आने के बाद भी इन दिनों पर्यटक छोटे छोटे बच्चों को लेकर नदी के बीचोंबीच तक पहुंच जा रहे हैं। लोहाली, चमड़ियां, जौरासी, काकड़ीघाट समेत तमाम स्थानों पर भी लोग खतरे की डूबकी लगा रहे हैं। व्यापारी नेता विरेन्द्र सिंह बिष्ट, दीवान सिंह, मनोज सिंह बिष्ट, शिवराज सिंह, मनीष तिवारी, फिरोज अहमद, गजेंद्र सिंह आदि ने कोसी नदी में गहराई व भंवर वाले स्थानों पर आवाजाही सख्ती से प्रतिबंधित किए जाने की मांग दोहराई है।

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