बदरीनाथ के कपाट खुलने की प्रक्रिया: डिम्मर गांव पहुंचा गाड़ू घड़ा तेल कलश यात्रा , पांच दिन यहीं होगी पूजा
भगवान बदरीविशाल के अभिषेक के लिए पिरोया गया तिलों का तेल का गाड़ू घड़ा शुक्रवार को देर शाम डिम्मर गांव पहुंचा। ग्रामीणों ने गांव के चौंरी चौक में यात्रा का स्वागत किया और पुष्प वर्षा के साथ तेल कलश की पूजा की। इसके बाद तेल कलश को श्रीलक्ष्मीनारायण मंदिर में विराजमान कराया गया। अब पांच दिनों तक तेल कलश की मंदिर में विधि विधान से पूजा-अर्चना की जाएगी
शुक्रवार शाम को गाड़ू घड़ा तेल कलश यात्रा गौचर पहुंची। यहां लोगों ने तेल कलश के दर्शन किए। इसके बाद चटवापीपल, कर्णप्रयाग होते हुए यात्रा देर शाम डिम्मर गांव पहुंची। डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के आशुतोष डिमरी ने बताया कि 30 अप्रैल को श्रीलक्ष्मी नारायण मंदिर से तेल कलश बाहर लाया जाएगा।
इसके बाद सिमली होते हुए बदरीनाथ के लिए तेल कलश यात्रा रवाना होगी। इस दौरान सचिव भगवती प्रसाद डिमरी, शैलेंद्र डिमरी, हरीश डिमरी, नरेश चंद्र, कमलेश डिमरी, मुकेश डिमरी, हेमचंद्र डिमरी आदि मौजूद थे।

लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 न्यूज़ हाइट के समाचार ग्रुप (WhatsApp) से जुड़ें
👉 न्यूज़ हाइट से टेलीग्राम (Telegram) पर जुड़ें
👉 न्यूज़ हाइट के फेसबुक पेज़ को लाइक करें
अपने क्षेत्र की ख़बरें पाने के लिए हमारी इन वैबसाइट्स से भी जुड़ें -
