वीआईपी नंबरों का आकर्षण; इस बार 0001 नहीं 0007 का बोलबाला, 7 लाख में बिकी नंबर प्लेट
एचई और एचएफ श्रेणी के 29 वीआईपी नंबरों पर बोली लगाई गई। इसे ड्राॅफ्ट की राशि से कई गुना अधिक की बोली लगाई गई।
दून में वाहनों के वीआईपी नंबरों के आकर्षण ने परिवहन विभाग को बड़ा फायदा पहुंचाया है। संभाग की ओर से 29 वीआईपी नंबरों की नीलामी की गई। इसमें इस बार सबसे अधिक 0001 की नहीं बल्कि 0007 की बोली लगाई गई। 0007 नंबर के लिए अधिकतम बोली सात लाख पर बंद हुई। इसके अलावा 0005 दूसरे और 0001 तीसरे नंबर पर रही। अधिक बोली लगाने वालों को सोमवार तक लंबित भुगतान जमा करना होगा। जमा नहीं होने की स्थिति में उनकी बोली रद्द कर दी जाएगी।
परिवहन विभाग के अधिकारियों की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक एचई और एचएफ श्रेणी के 29 वीआईपी नंबरों पर बोली लगाई गई। इसे ड्राॅफ्ट की राशि से कई गुना अधिक की बोली लगाई गई। 0007 की ड्राॅफ्ट राशि 25 हजार रुपये थी। इस नंबर पर अधिकतम सात लाख की बोली लगी। यह ड्राॅफ्ट की राशि से 28 गुना अधिक है।
इस नंबर पर बोली लगाने वालों की संख्या नौ रही है। 0005 दूसरे नंबर पर रहा। इसमें आठ वाहन स्वामी शामिल हुए थे। इसके लिए 6.73 लाख रुपये की बोली लगाई। वहीं, 0001 पर नंबर पर सिर्फ दो लोगोंं ने बोली लगाई। इस नंबर के लिए बोली 2.5 लाख पर बंद हो गई। 0001 नंबर के लिए ड्राॅफ्ट राशि सबसे अधिक एक लाख रुपये है।
दून में वीआईपी नंबरों का है जुनून
देहरादून में अनोखे नंबरों की खूब मांग है। हर बार बोली में बड़ी संख्या में लोग शामिल होते हैं। इन्हें पाने के लिए वह बड़ी कीमत अदा करने के लिए तैयार रहते हैं।
29 वीआईपी नंबरों की नीलामी में बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया है। जिन्होंने बोली जीती है उन्हें सोमवार तक बोली गई राशि का भुगतान करना होगा। भुगतान न होने पर नीलामी रद क दी जाएगी।
– चक्रपाणि मिश्रा, एआरटीओ प्रशासन, देहरादून संभाग

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