मुकेश बोरा की मदद करने वाली नेता-अफसर पति के खिलाफ भी होगा ऐक्शन, रेप-पॉक्सो ऐक्ट में दर्ज केस
बताया जा रहा है कि धारी की एक महिला नेत्री और पति परिवहन अधिकारी बोरा को सोशल मीडिया की अपडेट, राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियों के साथ ही पुलिस की निगेहबानी की जानकारी साझा कर रहे थे। रेप और पॉक्सो ऐक्ट में केस दर्ज के बाद मुकेश बोरा फरार चल रहा है।
रेप और पाक्सो ऐक्ट के मुकदमे में फरार चल रहे भाजपा से निष्कासित नैनीताल दुग्ध संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा को भगाने में टैक्सी मुहैया कराने में चर्चा में आए धारी की एक महिला नेत्री और उसके परिवहन अधिकारी पति की पुलिस ने कुंडली खंगालना शुरू कर दिया है।
पुलिस जांच में प्रथमदृष्टया सामने आया है कि दंपति बोरा को पुलिस व अन्य गतिविधियों की पल-पल की जानकारी दे रहे थे। शक के आधार पर पुलिस ने परिवहन अधिकारी का फोन कब्जे में लिया है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक ऊधमसिंह नगर में तैनात परिवहन अधिकारी मुकेश बोरा को पुलिस की कार्रवाई की पल-पल की जानकारी दे रहा था। पुलिस के जांच में ये तथ्य सामने आए हैं। पुलिस मोबाइल को कब्जे में लेकर अधिकारी के इंटरनेट प्रोटोकॉल डिटेल्स और सीडीआर रिकॉर्ड भी खंगाल रही है।
बताया जा रहा है कि धारी की एक महिला नेत्री और पति परिवहन अधिकारी बोरा को सोशल मीडिया की अपडेट, राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियों के साथ ही पुलिस की निगेहबानी की जानकारी साझा कर रहे थे।
यह सब दंपति उसे व्हाट्सऐप कॉल पर बताते थे, ऐसी प्राथमिक सूचना है। अब पुलिस दोनों पर कार्रवाई करने की तैयारी में है। बोरा मामले में सरकार सख्त हल्द्वानी। पशुपालन, दुग्ध महासंघ एवं गन्ना विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि मुकेश बोरा मामले में पुलिस अपना काम कर रही है। 24 घंटे में एफआईआर दर्ज की गई।
फेडरेशन के प्रशासक पद से भी उसे तुरंत हटा दिया गया। उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार सख्त है। पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है। किसी को बचाने का कोई काम नहीं किया जा रहा है।
कप्तान ने बोरा मामले की जांच कर रहीं टीमें की भंग
एसएसपी ने शुक्रवार को लालकुआं कोतवाल को लाइन हाजिर करने के बाद शनिवार को बोरा प्रकरण में दूसरी कार्रवाई कर दी है। अब उन्होंने बोरा प्रकरण की जांच कर रहीं सातों टीमों को भंग कर दिया है। उनके स्थान पर नई टीमों का गठन कर जांच शुरू करा दी है।
एसएसपी पीएन मीणा ने बताया कि सात टीमों को बदल दिया गया है। टीम की ब्रीफिंग करने के बाद कप्तान ने सभी सात टीमों को निर्देश दिए हैं। उन्होंने जरा भी लापरवाही बरतने पर पुलिस कर्मियों को कार्रवाई की चेतावनी दी है
एसएसपी ने कहा कि टीमों को बोरा की तलाश में लगा दिया है। वहीं हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद पुलिस की सात टीमें बोरा को पकड़ने के लिए लगाई हैं। टीमें यूपी, नेपाल में भी तलाश रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार मुकेश बोरा की अंतिम लोकेश बरेली यूपी में मिली है। लोकेशन के आधार पर यहां भी टीमें भेजी गईं हैं।
‘भगाने में मदद करने वालों का होगा पर्दाफाश’
एसएसपी पीएन मीणा ने शनिवार को बताया कि बोरा को पुलिस की कार्रवाई के बारे में जानकारी परिवहन अधिकारी दे रहा था। मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए जांच कर सबूत एकत्र किए जा रहे हैं। मुकेश बोरा को भगाने में मदद करने वालों पर भी पैनी नजर है। करीबियों की हर एक्टिविटी की जानकारी देने वालों का भी पुलिस पता लगा रही है।
लखीमपुर बॉर्डर के रास्ते नेपाल भाग सकता है बोरा
दुष्कर्म और पाक्सो ऐक्ट के मुकदमे में फरार चल रहे भाजपा से निष्कासित नैनीताल-लालकुआं दुग्ध संघ अध्यक्ष मुकेश बोरा भले ही उत्तराखंड की सीमा से बॉर्डर क्रॉस कर नेपाल जाने से चूक गया हो, लेकिन उत्तर प्रदेश की सीमा से वह आसानी से नेपाल में प्रवेश कर सकता है। सूत्र बताते हैं कि बोरा के लखीमपुर खीरी से नेपाल भागने की आशंका अभी भी बनी हुई है।
गुरुवार को जब दुष्कर्म के आरोपी मुकेश बोरा को संपत्ति कुर्क व इनाम की घोषणा होने की पुलिस कार्रवाई की जानकारी मिली तो उसने नेपाल भागने की योजना बनाई थी। वह अल्मोड़ा से किराये की टैक्सी से होकर बरहैनी बॉर्डर तक पहुंच गया
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