देहरादून– सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और उनके मंत्रिमंडल के साथ ही मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह और उनकी नौकरशाहों की टीम अब घर से ही सरकार चलाएंगे जी हाँ सीएम त्रिवेंद्र ने खुद को सेल्फ qurentine कर दिया है उनके साथ ही मंत्री हरक सिंह सुबोध उनियाल और मंत्री मदन कौशिक ने भी खुद को होम qurentine कर लिया है वहीं सरकार के कार्य मुख्य सचिव घर से करेंगे वहीं जितने नौकरशाह कोरोना गाइडलाइन के अंतर्गत 29 मई की कैबिनेट बैठक में शामिल थे वह भी घर से ही कार्य करेंगे आपको बता दें मंत्री सतपाल महाराज के कोरोनावायरस पाए जाने के बाद सरकार ने फैसला किया है कि मुख्यमंत्री और मंत्री ही नहीं बल्कि नौकरशाही अब होम क्वॉरेंटाइन होंगे हालांकि मुख्य सचिव कैबिनेट की बैठक में सबसे पीछे बैठते हैं लेकिन केंद्र के मानकों के मुताबिक भी होम क्वॉरेंटाइन और वर्क फ्रॉम होम का पालन उनके व उनके अफसरों द्वारा किया जाएगा आपको बता दें जिला प्रशासन ने गोपन विभाग से रिपोर्ट मांगी है कि कौन अफसर और मंत्री किस जगह पर बैठे थे उनके मुताबिक उनकी होम को रनटाइम और आगे की स्थिति तय की जाएगी जिला प्रशासन ही इस मामले में गाइडलाइन का पालन कराने के लिए जिम्मेदार है मुख्यमंत्री और उनका मंत्रिमंडल तो होम क्वॉरेंटाइन होगा ही हालांकि शासकीय सूत्रों की मानें तो अभी ऐसी दशा नहीं है कि सभी के कोरोनावायरस लिए जाएं
सरकारी प्रवक्ता और मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि कैबिनेट की बैठकों पर होम qurentine होने से फर्क नहीं पड़ेगा सभी मंत्री और अफसर घरों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक में शरीक होंगे हालांकि सरकार मंत्री के इस दावे पर अमल होना व्यावहारिक कारणों से बहुत मुश्किल है
साफ है कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए भारत सरकार की निर्धारित गाइडलाइन की जानकारी देते हुए सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी द्वारा बताया गया है कि संक्रमित व्यक्ति की कान्टेक्ट ट्रेसिंग के संबंध मे प्रावधान है कि कान्टेक्ट का दो वर्गों में वर्गीकरण किया जाएगा। अधिक रिस्क वाले कान्टेक्ट और कम रिस्क वाले कान्टेक्ट। (संलग्न गाइडलाइन के एनेक्सचर -1 मे विवरण)
अधिक रिस्क वाले कान्टेक्ट की दशा में 14 दिन के लिए होम क्वारेंटाईन किया जाएगा और आईसीएमआर के प्रोटोकोल के अनुसार टेस्ट कराया जाएगा।
कम रिस्क वाले कान्टेक्ट अपना कार्य पहले की तरह कर सकते हैं।14 दिनों तक उनके स्वास्थ्य पर निगरानी रखी जाएगी।
कैबिनेट बैठक में माननीय मंत्रीगण व अधिकारी भारत सरकार के दिशा-निर्देशो के अनुसार माननीय कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के क्लोज कान्टेक्ट में न होने के कारण कम रिस्क वाले कान्टेक्ट के अंतर्गत आते हैं। वे अपना कार्य सामान्य रूप से कर सकते हैं और उन्हें क्वारेंटाईन किए जाने की आवश्यकता नहीं है।
लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 न्यूज़ हाइट के समाचार ग्रुप (WhatsApp) से जुड़ें
👉 न्यूज़ हाइट से टेलीग्राम (Telegram) पर जुड़ें
👉 न्यूज़ हाइट के फेसबुक पेज़ को लाइक करें
अपने क्षेत्र की ख़बरें पाने के लिए हमारी इन वैबसाइट्स से भी जुड़ें -
