स्वच्छ दून-सुंदर दून के सपने को साकार करने की दिशा में एक और कदम, चार चांद लगाएंगे 21 नए पार्क
देहरादून में 21 नए पार्क बनने जा रहे हैं जो शहर की खूबसूरती में चार चांद लगाएंगे। नगर निगम ने 21 स्थानों पर अतिक्रमण हटाकर तारबाड़ कराई है। नगर निगम ने अतिक्रमण हटाकर इन स्थानों पर पार्क निर्माण और सौंदर्यीकरण का कार्य शुरू किया है। इन पार्कों से पर्यावरण को लाभ होगा शारीरिक गतिविधि बढ़ेगी और सामुदायिक मेल-जोल बढ़ेगा।
स्वच्छ दून, सुंदर दून के सपने को साकार करने की दिशा में एक और व्यापक पहल शुरू की गई है। कब्जों की भेंट चढ़ रही सरकारी भूमि दून की खूबसूरती पर चार चांद लगाने के काम आएगी। नगर निगम ने 21 स्थानों पर अतिक्रमण हटाकर तारबाड़ कराई है। यहां अब पार्क निर्माण और सौंदर्यीकरण का कार्य किया जाएगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी इस कार्य को गंभीरता से शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
दून में भूमाफिया और नेताओं की सांठ-गांठ से सरकारी जमीनों को खुर्दबुर्द करने का खेल बड़े पैमाने पर वर्षों से चला आ रहा है। यही कारण हैं कि ज्यादातर सरकारी भूमि कब्जों की जद में हैं। जबकि, शहर में बच्चों के खेलने और सैर-सपाटे के लिए पार्क गिनती के ही हैं। अब अतिक्रमण से सरकारी जमीनों को मुक्त कराकर वहां पार्क बनाने की योजना है। नगर निगम ने बीते करीब एक वर्ष में कई स्थानों पर व्यापक कार्रवाई कर कब्जे हटाए और ऐसी भूमि पर तारबाड़ कर दी गई।
जिलाधिकारी एवं नगर निगम प्रशासक सविन बंसल ने खाली कराई गई जमीनों का सदुपयोग करते हुए वहां पार्क निर्माण के निर्देश दिए हैं। ताकि, उक्त भूमि पर दोबारा कब्जा न हो सके और आमजन को सरकारी भूमि का लाभ मिल सके। इस पर नगर निगम के लोक निर्माण अनुभाग को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
अधिशासी अभियंता रचना पायल को शहर के ऐसे 21 स्थानों पर पार्क निर्माण और सौंदर्यीकरण कार्य के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई है। शुक्रवार को रेसकोर्स में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी पार्कों के निर्माण को शीघ्र कार्य शुरू करने के निर्देश दिए।
पार्क निर्माण से यह होंगे लाभ
पर्यावरणीय लाभ: पार्क पर्यावरण के लिए फायदेमंद होते हैं। ये ताज़ी हवा प्रदान करते हैं और शहर के प्रदूषण को कम करने में मदद करते हैं।
शारीरिक गतिविधि: पार्क में सैर करने से आक्सीजन मिलती है और शारीरिक गतिविधि के लिए अनुकूल वातावरण मिलता है।
सामुदायिक केंद्र: पार्क सामाजिक मेल-जोल बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण सामुदायिक केंद्र के रूप में भी कार्य करता है।
पौधों और पक्षियों के लिए उपयोगी: पार्क विभिन्न प्रजाति के पौधों और पक्षियों के विकास के लिए एक प्रभावी क्षेत्र होते हैं। इससे शहर अधिक आकर्षक नजर आता है।
इन स्थानों पर किया जाएगा पार्क निर्माण
स्थान, क्षेत्रफल
चालंग (अभियोजन निदेशालय के पास), 429 वर्गमीटर
सिनोला (पुरकुल मार्ग), 250 वर्गमीटर
डांडा लखौंड (पिंडदान स्थल के पास), 410 वर्गमीटर
मेहूंवाला माफी (वार्ड-87), 208 वर्गमीटर
डांडा लखौंड (शिव मंदिर के पास), 800 वर्गमीटर
मक्कावाला (डीआइटी के पास), 298 वर्गमीटर
किरसाली (मान एस्टेट के पास), 232 वर्गमीटर
तरला नागल (गुप्ता फ्लैट के पास), 183 वर्गमीटर
डांड लखौंड (आइटी पार्क के पास), 127 वर्गमीटर
हर्रावाला (पुलिस चौकी के पीछे), 347 वर्गमीटर
कुआंवाला (पानी टंकी के पास), 115 वर्गमीटर
लोहारवाला (वार्ड-11 मलिन बस्ती), 128 वर्गमीटर
आरकेडिया ग्रांट (वार्ड-93 शिवराज नगर), 340 वर्गमीटर
हटवाल गांव (पीपील के पेड़ के पास सोंधोंवाली), 212 वर्गमीटर
तरला नागत (वार्ड-59), 118 वर्गमीटर
अधोईवाला (पानी की टंकी के पास), 170 वर्गमीटर
बंजारावाला (दुर्गा मंदिर के पास), 108 वर्गमीटर
जाखन (अंसल ग्रीन वैली के निकट), 90 वर्गमीटर
धोरणखास (राजेश्वर नगर), 82 वर्गमीटर
एकता विहार (धरना स्थल के निकट), 371 वर्गमीटर
राजेंद्र नगर (स्ट्रीट नंबर-3 बल्लूपुर के पास), 230
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