उत्तराखंड में 3 साल के भीतर हुईं 14800 भर्तियां, CM धामी ने बताया आगे का प्लान
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व और मार्गदर्शन में उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए बिना रुके, बिना थके कार्य किया जा रहा है।
उत्तराखंड सरकार के तीन वर्ष पूरे होने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य के इतिहास में इतनी अवधि में रिकॉर्ड 14,800 सरकारी भर्तियां की गईं। सचिवालय में मीडिया से बातचीत करते हुए सीएम ने उत्तराखंड की जनता का आभार जताते हुए कहा कि इस दौरान सरकार ने कई चुनौतियों से मुकाबला करते हुए उनका समाधान निकाला।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता के स्नेह, समर्थन और आशीर्वाद से मुख्यसेवक के रूप में गुरुवार को तीन साल पूरे हो गए। जनता की आशाओं-आकांक्षाओं के अनुरूप सरकार ने इस अवधि में उत्तराखंड के विकास और कल्याण के लिए समर्पित होकर कार्य किया। सीएम धामी ने कहा कि मैं आगे भी राज्य व प्रदेशवासियों के सर्वांगीण और सर्वस्पर्शी विकास के लिए कार्य करता रहूंगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व और मार्गदर्शन में उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए बिना रुके, बिना थके कार्य किया जा रहा है। सरकार का हर पल-हल क्षण राज्य सेवा को समर्पित है। अपने तीन साल के कार्यकाल को लेकर उन्होंने कहा-इस कालखंड में युवाओं और मातृशक्ति समेत सभी वर्गों के लिए अहम फैसले लिए गए। युवाओं का एक बड़ा सपना रोजगार का होता था, उसके लिए बेहतर तरीके से काम किया। भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी बनाने को कठोर नकल अध्यादेश लाए और अब सभी परीक्षाएं नकलविहीन हो रही हैं। सीएम ने कहा कि एक ओर तुष्टिकरण, लैंड जिहाद और जबरन धर्मांतरण के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की वहीं, समान नागरिक संहिता लागू कर उत्तराखंड के मूल स्वरूप को बनाए रखने की दिशा में भी सरकार आगे बढ़ी है।
नैतिक शिक्षा पर विशेष ध्यान दें
मुख्यमंत्री धामी ने बच्चों के स्कूल बैग का बोझ कम करने और सप्ताह में बस्ता मुक्त दिवस मनाने के साथ ही बच्चों को नैतिक शिक्षा प्रदान करने को कहा है। साथ ही छात्र शैक्षिक भ्रमण योजना के तहत प्रत्येक विकासखंड से 50 मेधावियों को भारत भ्रमण पर भेजने को कहा है। गुरुवार को सचिवालय में विद्यालयी शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान सीएम ने कहा कि शिक्षा प्रणाली में गुणात्मक सुधार के साथ शिक्षा व्यवस्था को विद्यार्थी केन्द्रित बनाया जाए। गुणात्मक शिक्षा के साथ नैतिक शिक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया जाए। बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने और स्कूलों से बालिकाओं के ड्रॉप आउट को कम करने के लिए आवासीय छात्रावासों को और अधिक बढ़ावा दिया जाए।
सीएम ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा के दौरान ही व्यावसायिक आधारित शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाए। स्कूलों में जहां-जहां संभव है, सोलर पैनल की व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा ट्रांसफर के सरलीकरण के लिए जो नीति बनाई जा रही है, कार्मिक विभाग के के स्तर पर उसका पूरा परीक्षण कर लिया जाए।
सभी जिलों और शहरों में बनेंगे खेल मैदान
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य के सभी जिलों और 50 हजार से अधिक की आबादी वाले शहरों में खेल मैदान और बहुउद्देशीय हॉल बनाए जाएंगे। उन्होंने खेल विभाग के अधिकारियों से कहा कि दस दिन के भीतर इस संदर्भ में प्रस्ताव तैयार किया जाए। उन्होंने कहा कि खेल मैदान और आधुनिक सुविधायुक्त बहुउद्देशीय हॉल बनने से राज्य में खेलों का विकास होगा और अच्छे खिलाड़ी निखर कर आएंगे। उन्होंने कहा कि दो साल के भीतर इन मैदानों का निर्माण पूरा किया जाएगा।
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