प्रदेश में अधिक मातृ-मृत्युदर वाले हर जिले के 10 से 15 गांव होंगे चिन्हित, सीएम ने दिए निर्देश
मुख्यमंत्री ने कुपोषण को समाप्त करने के लिए अनुपूरक पोषक आहार में मोटे अनाज को शामिल करने, गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान एक हजार रुपये प्रतिमाह उनके बैंक खाते में देने के निर्देश दिए हैं।
प्रदेश में सबसे अधिक मातृ-मृत्युदर वाले हर जिले के 10 से 15 गांव चिन्हित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विभागीय अधिकारियों को इसके निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, इस तरह के गांवों को चिन्हित कर उनकी महिलाओं और बच्चों को उनके लिए चलाई गई योजनाओं से जोड़ा जाए।
मुख्यमंत्री ने इस तरह के गांवों को कुपोषण मुक्त कर गांव को मुख्यमंत्री मॉडल गांव घोषित करने और एक महीने के भीतर इसका ड्राफ्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कुपोषण को समाप्त करने के लिए अनुपूरक पोषक आहार में मोटे अनाज को शामिल करने, गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान एक हजार रुपये प्रतिमाह उनके बैंक खाते में देने के निर्देश दिए हैं। ताकि योजना की लाभार्थी महिलाएं स्वेच्छा से अन्य पोषक आहर ले सके। जिससे उनके स्वास्थ्य में सुधार हो।
महिलाओं में एनीमिया के आकड़ों को बताया चिंताजनक
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में महिलाओं में एनीमिया के आकड़ों को बेहद चिंताजनक बताया है। उन्होंने कहा, इसके उन्मूलन के लिए स्थानीय मोटे अनाज, आयरनयुक्त भोजन और गुड़ को पोषाहार में शामिल करें। ताकि एनीमिया की स्थिति में सुधार लाया जा सके।
एक साथ हों इन विभागों की बैठकें
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, भविष्य में बाल विकास एवं महिला सशक्तीकरण एवं चिकित्सा विभाग की बैठक एक साथ कराई जाए। बैठक में महिलाओं एवं बच्चाें में कुपोषण उन्मूलन संबंधी प्रगति पर सीएम ने विभाग पोषण ट्रैकर से प्राप्त आकड़ों का फिर से निरीक्षण करने के निर्देश दिए।
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